इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 12वें सीजन के पहले दौर की नीलामी में खाली हाथ रहने वाले युवराज सिंह को भी आखिरकार खरीददार मिल गया. लेकिन एक ऐसा खिलाड़ी भी अनसोल्ड रहा जिसने भारतीय टीम की जर्सी में 12 वनडे खेले, तीन टी-20 खेले लेकिन फिर भी इस बार उन पर किसी भी टीम ने दांव नहीं लगाया.
टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज रहे मनोज तिवारी को कोई खरीदार नहीं मिला. जिसके बाद कोलकाता के इस बल्लेबाज का उनका दर्द उभर आया. मनोज इस आईपीएल बोली में पहले खिलाड़ी थे जिनके नाम के साथ बोली के साथ शुरुआत हुई. लेकिन वह पहली बोली में अनसोल्ड रहे. इसके बाद भी दूसरी बार में भी उन्हें कोई खरीदार नहीं मिला. मनोज तिवारी का बेस प्राइज 50 लाख रुपए था. जबकि युवराज सिंह को मुंबई इंडियंस ने अपनी टीम में शामिल कर लिया. मुंबई ने युवराज को उनकी बेस प्राइस एक करोड़ रुपए में ही अपने साथ जोड़ा है.
इसके बाद मनोज तिवारी ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'मुझे समझ नहीं आ रहा मैंने क्या गलत किया. जब मुझे देश की वनडे टीम से 14 मैचों के लिए निकाला गया तो मैंने उससे पहले मैच में शतक बनाया और मैन ऑफ द मैच भी जीता था. अब जब मैं 2017 आईपीएल के दौरान मिले अपने अवार्ड्स को देखता हूं तो सोचता हूं कि मैंने क्या गलत किया?'
मनोज तिवारी ने 2008 से शुरू हुए आईपीएल के सभी 11 सत्र खेले हैं. मनोज तिवारी के लिए आईपीएल 2017 शानदार रहा था. उन्होंने राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स की जर्सी में 15 मुकाबले खेले जिसमें इन्होंने 324 रन और दो अर्धशतक भी लगाए. पिछले सत्र में किंग्स इलेवन पंजाब ने उन्हें एक करोड़ रुपए में खरीदा था. लेकिन वह पांच मैचों में सिर्फ 47 रन ही बना सके थे. इसी वजह से पंजाब ने उन्हें नीलामी से पहले रिलीज कर दिया था. हालांकि तिवारी को किसी टीम का ना खरीदना हैरान करने वाली बात थी, क्योंकि वह एक शानदार बल्लेबाज और फील्डर हैं. मनोज तिवारी ने आईपीएल में कुल 98 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 1695 रन बनाए हैं.