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IPL 2018: ये खिलाड़ी साबित हो सकते हैं अपनी टीमों के लिए एक्स फैक्टर

इस बार टीमों में कई बदलाव हुए हैं, वहीं चेन्नई और राजस्थान की टीमें लौट रही हैं

FP Staff

आईपीएल के 11वें सीजन का खुमार जल्द छाने वाला है. दो पुरानी टीमें दो साल के बैन के बाद लौट आई हैं. ऑक्शन के बाद सभी टीमों में कई बदलाव हुए हैं. इसके अलावा नए खिलाड़ी भी इस बार अपना कौशल दिखाने को बेताब होंगे. आइए हम आपको बताते हैं किस टीम का एक्स फैक्टर कौन है ?

दिल्ली डेयरडेविल्स


दिल्ली डेयरडेविल्स टीम के गेम चेंजर निश्चय ही विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत हैं. पंत ने थोड़े ही समय में अपनी धाकड़ बल्लेबाज की छवि बना ली है. उन्होंने अब तक खेले 24 मैचों में 564 रन बनाए हैं.

यह रन उन्होंने 151.20 के स्ट्राइक रेट से बनाए हैं, जिससे आप उनके खेलने के आक्रामक अंदाज को समझ सकते हैं. भारतीय बल्लेबाजों में सबसे तेज टी-20 शतक लगाने का रिकॉर्ड उनके नाम  हैं. उन्होंने 2017-18 के सत्र में मात्र 32 गेंदों में दिल्ली के लिए शतक ठोक दिया था. विश्व में उनसे तेज टी-20 शतक लगाने वाले सिर्फ क्रिस गेल हैं. गेल ने मात्र 30 गेंद में शतक लगाया था.

राजस्थान रॉयल्स

इंग्लैंड के खिलाड़ी बेन स्टोक्स को मौजूदा समय में दुनिया का सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर माना जाता है. इस वजह से ही वह आईपीएल 2018 के सबसे महंगे खिलाड़ियों में से एक हैं. उन्हें राजस्थान रॉयल्स ने 12.5 करोड़ रुपए में खरीदा है. उनके ऊपर इतना बड़ा दांव लगाने की वजह उनका मैच का रुख मोड़ने वाला खिलाड़ी होना है. वह विस्फोटक अंदाज में बल्लेबाजी करने के बाद सामने वाले बल्लेबाजों को परेशान करने का माद्दा भी रखते हैं.

किंग्स इलेवन पंजाब

किंग्स इलेवन में भले ही युवा जोश है पर टीम का एक्स फेक्टर क्रिस गेल और युवराज सिंह की जोड़ी ही है. यह सही है कि यह दोनों ही विस्फोटक अंदाज वाले बल्लेबाज संन्यास की तरफ बढ़ते बल्लेबाज हैं. लेकिन इतना जरूर है कि इनमें से एक भी चल गया तो वह अकेले दम मैच का नक्शा बदल सकता है. यदि दोनों चले गए तो मान लीजिए सामने वाली टीम की शामत आ गई है. युवराज सिंह एक बार फिर टीम इंडिया में स्थान बनाने के प्रयास में लगे हैं और क्रिस गेल पिछले दिनों वेस्टइंडीज के लिए शतक जमा चुके हैं. इसलिए इन दोनों को खत्म हुआ खिलाड़ी मानना गलती होगी.

कोलकाता नाइट राइडर्स

आंद्रे रसेल को हाल के सालों में वेस्टइंडीज से निकला सबसे प्रतिभाशाली क्रिकेटर माना जाता है. रसेल तेज अंदाज में तो बल्लेबाजी करते ही हैं और अपनी पेस गेंदबाजी से धड़धड़ विकेट निकालना भी जानते हैं. वह यदि रंगत में खेल रहे हों तो अकेले दम मैच की तस्वीर बदल सकते हैं. वह पिछले साल नहीं खेल सके थे पर 2016 में 12 मैचों में 164.91 के औसत से 188 रन बनाने के अलावा 15 विकेट निकाले. रसेल की ऑलराउंड क्षमता गजब की है. वैसे भी इस बार टीम में ज्यादातर खिलाड़ी युवा हैं, इसलिए रसेल को ही मैच का रुख बदलने की जिम्मेदारी उठानी होगी.

चेन्नई सुपरकिंग्स

भारत के सबसे सफल कप्तानों में रहे महेंद्र सिंह धोनी कहीं ना कहीं इस टीम की जड़ है जिनके दम पर टीम अब तक सफल रही है. आठ सीजन में टीम की कप्तानी करने वाले धोनी को जब पिछली बार पुणे सुपरजायंट्स की कप्तानी नहीं मिली तो लोगों को निराशा भी हुई थी.इस बार वह अपने असली रोल में फैंस को लंबे समय बाद वापस नजर आएंगे.

धोनी की खेल की समझ पर कोई संदेह नहीं है. वह जानते हैं कब किस खिलाड़ी का कैसे उपयोग करना है. ऐसे में वह टीम की जीत में जरूर एक भूमिका निभाते नजर आएंगे. कप्तान के साथ-साथ वह एक बेहतरीन फिनिशर भी हैं. टीम के लिए वह दोहरी भूमिका में नजर आएंगे.

सनराइजर्स हैदराबाद

सनराइजर्स हैदराबाद ने वॉर्नर के अलावा जिन खिलाड़ियों को रिटेन किया था वे थे तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार और अफगानिस्तान के स्पिन गेंदबाज राशिद खान. भुवनेश्वर ने भारत के हाल ही में किए गए साउथ अफ्रीका दौरे में बेहतरीन प्रदर्शन किया था. राशिद खान का हाल का प्रदर्शन यह साबित करता है कि इस आईपीएल में बल्लेबाजों को उनसे सावधान रहने की जरूरत होगी

रॉयल चैलेंजर बैंगलोर

विराट कोहली अपनी टीम के लिए इस साल सबसे बड़े एक्स फैक्टर होंगे. भारतीय टीम के इस कप्तान का बल्ला आग उगल रहा है. पिछले दो साल में किसी देश का ऐसा कोई बल्लेबाज नहीं होगा जो उनकी इस आग में ना झुलसा हो.

दस साल से खिताब के इंतजार में रह रही टीम शायद इस बार कोहली के बूते यह सपना पूरा कर सके. विराट कोहली इस सीजन के सबसे महंगे खिलाड़ी साबित हुए जिन्हें रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 17 करोड़ में रिटेन किया. इसके साथ ही विराट कोहली आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए हैं.