एक वक्त था जब युवराज सिंह के बल्ले का इस कदर जलवा था कि उन्हें तेजतर्रार बल्लेबाजी का बादशाह माना जाता था. टी 20 वर्ल्ड कप 2007 में युवराज ने इंग्लैंड के खिलाफ एक ओवर में छह छक्के जड़कर खुद के टी 20 का किंग होने के जुमले पर अपनी मोहर लगा दी थी. इंटरनेशनल क्रिकेट हो या फिऱ आईपीएल, युवराज सिंह को उनकी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए जाना जाता था.
लेकिन इस बार आईपीएल के 11वें सीजन में युवराज का बल्ले तो उनसे रूठा ही है साथ ही उनके नाम एक ऐसा रिकॉर्ड भी दर्ज हो गया है जो उनकी साख के बिल्कुल विपरीत है.
दरअसल शुक्रवार को मुंबई इंडियंस के खिलाफ किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान आर अश्विन ने युवराज को प्रमोट करके तीसरी पोजीशन पर बल्लेबाजी करने भेजा. युवराज सिंह 14 गेंदों में महज 14 रन ही बना सके. इस पारी के साथ युवराज कम से कम 50 गेंदें खेलने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में सबसे कम स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ी बन गए हैं. पांच पारियों में युवराज की स्ट्राइक रेट 91.42 की है. इन पांच पारियों में उनके बल्ले से 12.80 की औसत से महज 64 रन ही निकल सके हैं.
इस सीजन में युवराज सिंह को दो करोड़ रुपए में खरीदने वाली टीम किंग्स इलेवन पंजाब के लिए उनका यह घटिया प्रदर्शन बहुत भारी पड़ रहा है. टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले तो युवराज को कप्तान बनाए जाने पर भी विचार किया गया था, लेकिन अब लगता है कि उनके लिए प्लेइंग इलेवन में भी जगह बनाना मुश्किल हो गया है.