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IPL 2018: राजस्थान के रॉयल्स अंदाज में फिरकी का पंगा

केपटाउन टेस्ट में गेंद से छेड़छाड़ के मामले में कप्तान स्टीव स्मिथ पर बैन लगने से टीम को झटका लगा है

Manoj Chaturvedi

आईपीएल इतिहास की पहली चैंपियन राजस्थान रॉयल्स की दो साल के निलंबन के बाद वापसी हो रही है, इसलिए उनके सामने अपनी क्षमता साबित करने की चुनौती होगी. उनके टीम में सबसे महंगे बेन स्टोक्स को खरीदने से यह तो लगता है कि वह कोई कसर छोड़ने का इरादा नहीं रखते हैं. इस टीम को शेन वार्न जैसा मेंटर मिलने से इसे खिताब का दावेदार माना ही जाना चाहिए. केपटाउन टेस्ट में गेंद से छेड़छाड़ के मामले में कप्तान स्टीव स्मिथ पर बैन लगने से टीम को झटका लगा है. अब अजिंक्य रहाणे को टीम की कमान सौंपी गई है. रहाणे आईपीएल में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी हैं, इसलिए वह साथी खिलाड़ियों को सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरित करने की क्षमता रखते हैं.

आक्रामक क्रिकेट खेलने का इरादा


राजस्थान रॉयल्स ने अपने पहले चैंपियन कप्तान शेन वार्न को इस बार मेंटर के तौर पर जोड़ा है. यह सभी जानते हैं कि वार्न रणनीतियां बनाने में माहिर हैं और युवा खिलाड़ियों को अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरित करने की क्षमता भी रखते हैं. वार्न ने मेंटर के तौर पर जुड़ने के बाद कहा, 'हम रॉयल्स की तरह ही आक्रामक क्रिकेट खेलेंगे. मुझे यकीन है कि यह सत्र रोमांचक होगा और हमें कामयाबी मिलेगी.' उन्होंने कहा, 'ऑस्ट्रेलिया टीम के साथ रहकर मैंने बहुत कुछ हासिल किया है. लेकिन निजी तौर पर 2008 में कोच और कप्तान के तौर पर आईपीएल जीतना खास है.' टीम के कप्तान अजिंक्य रहाणे पहले भी वार्न के साथ जुड़े रहे हैं, इसलिए इस जोड़ी को विजयी तालमेल बनाने में शायद ही कोई दिक्कत हो.

मध्यक्रम है टीम की ताकत

राजस्थान टीम की मध्यक्रम की बल्लेबाजी उसकी जान है और वह किसी भी टीम के अटैक के धुर्रे बिखेरने की क्षमता रखती है. मध्यक्रम में कप्तान अजिंक्य रहाणे के साथ इस बार की नीलामी के सबसे महंगे खिलाड़ी इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स, जोस बटलर और संजू सेमसन की मौजूदगी बल्लेबाजी को मजबूती प्रदान करने वाली है. यह सही है कि टीम में ओपनर के तौर पर खेलने वाले अजिंक्य रहाणे के जोड़ीदार की भूमिका निभाने वाले डार्सी शॉर्ट को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का कोई खास अनुभव नहीं है.

लेकिन यह जोड़ी चल गई तो समझ लेना चाहिए कि टीम की आधी समस्या का हल हो गया. पिछले सीजन में बेन स्टोक्स ने राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स को फाइनल तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी. इसलिए वह इस बार भी अहम भूमिका निभा सकते हैं.

भारतीय कैप्ड खिलाड़ियों पर कम ध्यान

यह सही है कि इस टीम ने इस साल की नीलामी में दो सबसे महंगे खिलाड़ी खरीदे. पर इस टीम ने भारतीय कैप्ड खिलाड़ियों को खरीदने पर बहुत ध्यान नहीं दिया. इसका उन्हें इस बार खामियाजा भुगतना पड़ सकता है. भारतीय कैप्ड खिलाड़ियों में जयदेव उनादकट के अलावा संजू सेमसन, धवल कुलकर्णी और के गौतम पर पैसा लगाया गया है. यह ऐसी स्थिति है कि टीम में एक-दो खिलाड़ी किसी वजह से अनफिट हो जाते हैं तो उनके पास सही विकल्प नहीं हैं.

हेड कोच जुबिन के साथ संजू सैमसन

इसलिए कप्तान और मेंटर को अपने खिलाड़ियों को बचाकर खेलाने की जरूरत होगी. यह भी माना जा रहा है कि डार्सी शॉर्ट की अनुभव की कमी यहां खल सकती है. भारत में खेलते समय किसी भी टीम की सफलता में अक्सर स्पिनर की भूमिका देखने को मिलती है. लेकिन इस टीम की यह सबसे बड़ी कमजोरी क्वालिटी स्पिनर का नहीं होना है. भारतीय विकेट पर आमतौर पर स्पिन गेंदबाजों की अहम भूमिका रहती है, इस लिहाज से देखें तो टीम को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.

टीम के एक्स फेक्टर

ऑस्ट्रेलिया टी-20 टीम के ओपनर डार्सी शॉर्ट आईपीएल में टीम के लिए एक्स फेक्टर साबित हो सकते हैं. यह सही है कि वह दुनिया में अभी कोई नाम नहीं बना सके हैं. लेकिन उन्होंने पिछले साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाली बिग बैश लीग में शानदार प्रदर्शन से दिखा दिया था कि वह अकेले दम मैच का रुख मोड़ने की क्षमता रखते हैं. उन्होंने इस लीग में 57.20 के औसत से 572 रन बनाए. वह अजिंक्य रहाणे के साथ पारी शुरू कर सकते हैं, इससे ओपन में दाएं और बाएं हाथ के बल्लेबाजों का तालमेल बनेगा. वह आमतौर पर 150 के स्ट्राइक रेट से खेलते हैं, इससे उनकी आक्रामकता को समझा जा सकता है. वह छक्के लगाने में भी महारत रखते हैं. इन खूबियों से वह राजस्थान रॉयल्स की सफलता में अहम कड़ी साबित हो सकते हैं. लेकिन भारत के धीमे विकेट पर सफलता पाने के लिए उन्हें अपने खेल में कुछ सुधार भी करने पड़ सकते हैं. बल्लेबाजी करते समय उनके लिए सबसे जरूरी होगा पुल शॉट खेलने से बचें. वह यदि ऐसा कर सके तो बिग बैश की तरह ही आईपीएल में सफलता की कहानी लिख सकते हैं.

बेन स्टोक्स हैं टीम के गेम चेंजर

इंग्लैंड टीम के खिलाड़ी बेन स्टोक्स को मौजूदा समय में दुनिया का सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर माना जाता है. इस वजह से ही वह आईपीएल 2018 के सबसे महंगे खिलाड़ी हैं. उन्हें राजस्थान रॉयल्स ने 12.5 करोड़ रुपए में खरीदा है. उनके ऊपर इतना बड़ा दांव लगाने की वजह उनका मैच का रुख मोड़ने वाला खिलाड़ी होना है. वह विस्फोटक अंदाज में बल्लेबाजी करने के बाद सामने वाले बल्लेबाजों को परेशान करने का माद्दा भी रखते हैं.

उन्होंने पिछले साल स्टीव स्मिथ की अगुआई वाली राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स को फाइनल तक खिलाने में अहम भूमिका निभाई थी. उन्होंने आईपीएल के पिछले सत्र में एक शतक और एक अर्धशतक से 316 रन बनाए थे और 12 विकेट लिए थे. इसमें कोई दो राय नहीं कि स्टोक्स का बल्ला चमक बिखेरने लगा तो समझिए कि राजस्थान रॉयल्स की किस्मत बनना तय है.