पिछले छह मैचों में से पांच गंवाने से आजिज आकर कप्तान गौतम गंभीर ने ना सिर्फ दिल्ली डेयरडेविल्स की कप्तानी छोड़ दी, बल्कि खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए वेतन नहीं लेने का भी फैसला किया. अब उनकी जगह श्रेयस अय्यर को कमान सौंपी गई है. दिल्ली डेयरडेविल्स नए कप्तान के साथ शुक्रवार को आईपीएल मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ उतरेगी तो मेजबान टीम को भाग्य बदलने की भी उम्मीद होगी. टूर्नामेंट में अभी तक दिल्ली के ना तो बल्लेबाज चल सके हैं और ना ही गेंदबाजी में धार नजर आई है. अभी तक उसे एकमात्र जीत मुंबई इंडियंस के खिलाफ मिली है जबकि बाकी पांच मैचों में उसे करारी हार का सामना करना पड़ा है.
चिंता का सबब है गंभीर की खराब फॉर्म
गंभीर की खराब फॉर्म दिल्ली की चिंता का सबब रहा है, जो छह मैचों में 17 की खराब औसत से 85 रन ही बना सके हैं. ऋषभ पंत ने छह मैचों में 227 और अय्यर ने 151 रन बनाए हैं, जिसमें किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ पिछले मैच में 45 गेंद में 57 रन की पारी शामिल है. लेकिन जेसन रॉय, ग्लेन मैक्सवेल और क्रिस मॉरिस जैसे विदेशी सितारों ने निराश किया.
दिल्ली को गेंदबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद
गेंदबाजी में लियम प्लंकेट ने पंजाब के खिलाफ मौजूदा सत्र का पहला मैच खेलते हुए तीन विकेट लिए, जबकि ट्रेंट बोल्ट छह मैचों में नौ विकेट ले चुके हैं. लेग स्पिनर राहुल तेवातिया ने छह मैचों में छह विकेट लिए, जबकि निजी समस्याओं से जूझ रहे तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी चार ही मैच खेल सके जिनमें तीन विकेट उनकी झोली में गिरे. कोलकाता नाइट राइडर्स के बल्लेबाजों के सामने दिल्ली को अपने गेंदबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी.
कप्तान कार्तिक हैं बल्लेबाजी की जान
बल्लेबाजों में कप्तान दिनेश कार्तिक ने मोर्चे से अगुआई करते हुए छह मैचों में 194 रन बनाए, जबकि क्रिस लिन 181 रन बना चुके हैं. शाहरुख खान की टीम को पिछले मैच में डकवर्थ लुईस प्रणाली के आधार पर पंजाब ने हराया हालांकि इससे पहले उसने लगातार दो मैच जीते हैं. छह मैचों में छह अंक लेकर कोलकाता नाइट राइडर्स अभी अंकतालिका में चौथे स्थान पर है और शुक्रवार को जीत के साथ शीर्ष तीन में पहुंचना चाहेगी.
नाइट राइडर्स की दमदार स्पिन तिकड़ी
दूसरी ओर कोलकाता नाइट राइडर्स की स्पिन तिकड़ी वेस्टइंडीज के सुनील नारायन (आठ विकेट), कुलदीप यादव (छह विकेट) और पीयूष चावला (पांच विकेट) ने अभी तक बेहतरीन प्रदर्शन किया है. तेज गेंदबाजों में ऑस्ट्रेलिया के मिचेल जॉनसन प्रभावी रहे हैं हालांकि दूसरे छोर से उन्हें अपेक्षित सहयोग नहीं मिल सका.