आईपीएल के मौजूदा सीजन में इस बार सबसे ज्यादा चर्चा का विषय आर अश्विन की गेंदबाजी बन रही है. टेस्ट क्रिकेट में अपनी उंगलियों के सहारे ऑफ स्पिन कराकर 300 से ज्यादा विकेट हासिल करने वाले अश्विन लेग स्पिन पर जमकर हाथ आजमा रहे हैं. पिछले कुछ महीनों घरेलू क्रिकेट सीजन में शुरू हुआ अश्विन का यह एक्सपेरीमेंट आईपीएल में भी बदस्तूर जारी है. अश्विन खुद किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान हैं लिहाजा बेधड़क कलाई के सहारे गेंद को टर्न कराने की कोशिश में जुटे हैं.
अश्विन की यह कोशिश उनके लिए कामयाबी का जरिया नहीं बन रही है अलबत्ता उनके लिए मुसीबत खड़ी करती दिख रही है. गुरूवार को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ अश्विन ने गेंद को घुमाने के लिए उंगलियों की बजाय अपनी कलाई का जमकर इस्तेमाल किया. नतीजे के तौर पर चार ओवर में वह 53 रन देकर एक भी विकेट हासिल नहीं कर सके.
दरअसल लंबे वक्त से टीम इंडिया के वनडे और टी20 स्क्वॉय़ड मे कलाई के स्पिनर्स कुलदीप यादव और युवेंद्र चहल के हाथों अपना स्थान गंवा चुक अश्विन ने अब टीम में कलाई के स्पिनर की बढ़ती डिमांड के चलते लेग स्पिनर बनने की ठानी है. इस कोशिश में अश्विन ने पहले रणजी ट्रॉफी और ईरानी कप के बाद अब आईपीएल में लेग स्पिन करने की कोशिश कर रही हैं.
अश्विन की यह कोशिश उनके लिए फायदे से ज्यादा नुकसानदायक साबित हो सकती है. बीसीसीआई के एक अधिकारी ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा है, ‘ वेरिएशन लने के लिए तो एक दो गेंदें फेंकी जी सकती हैं लेकिन इस तरह लगातार लेग स्पिन गेंदबाजी करके अश्विन अपना ही नुकसान कर रहे हैं. लेग स्पिनर के तौर पर वह चहल और कुलदीप के सामने कहीं नहीं ठहरते. यही नहीं वनडे टीम में आने के लिए जिस स्तर की फिटनेस की दरकार है वैसी फिटनेस अश्विन के पास नहीं है. बेहतर होगा कि वह आगामी इंग्लैंड दौरे के लिए अपनी स्ट्रेंथ पर ही तैयारी करें. चहल और कुलदीप टेस्ट टीम में भी उनका स्थान ले सकते हैं.’