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IPL 2018 : तो क्या वापसी के बाद कायम रहेगा आईपीएल की सबसे कामयाब टीम का 'जलवा'

दो साल के बैन के बाद बाद लौट रही चेन्नई सुपर किंग्स की टीम एक बार फिर धोनी की कप्तानी में जीत हासिल करने उतरेगी

Riya Kasana

आईपीएल इतिहास की सबसे कामयाब टीम चेन्नई सुपर किंग्स दो साल बाद बैन से वापसी कर रही है. इस टीम के इरादे एक बार फिर खुद को साबित करना होगा. टीम को यह साबित करना होगा कि सालों से वह क्यों इस लीग की सबसे कामयाब टीम है. महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई ने आठ सीजन में छह बार फाइनल तक का सफर तय किया है जिसमें उसने दो बार खिताब पर कब्जा किया.

टीम ने धोनी, सुरेश रैना और रवींद्र जडेजा को रिटेन किया था. इसके अलावा फॉफ ड्यू प्लेसी, ड्वेन ब्रावो टीम में वापस आए हैं. वह लंबे समय तक मुंबई इंडियंस के साथ रहे. चेन्नई सुपरकिंगस में हमेशा ही इस दक्षिण राज्य के खिलाड़ियों के लिए खास जगह रही है. इस बार बेशक आर अश्विन टीम में नहीं हैं, लेकिन मुरली विजय की टीम में वापसी हुई है. टीम ने एन जगदीशन और शार्दुल ठाकुर  जैसे युवा खिलाड़ियों पर भी दांव लगाया है.


धोनी की कप्तानी

भारत के सबसे सफल कप्तानों में रहे महेंद्र सिंह धोनी कहीं ना कहीं इस टीम की जड़ है जिनके दम पर टीम अब तक सफल रही है. आठ सीजन में टीम की कप्तानी करने वाले धोनी को जब पिछली बार पुणे सुपरजायंट्स की कप्तानी नहीं मिली तो लोगों को निराशा भी हुई थी.

इस बार वह अपने असली रोल में फैंस को लंबे समय बाद वापस नजर आएंगे. धोनी की खेल की समझ पर कोई संदेह नहीं है. वह जानते हैं कब किस खिलाड़ी का कैसे उपयोग करना है. ऐसे में वह टीम की जीत में जरूर एक भूमिका निभाते नजर आएंगे.

टीम की बैटिंग है ताकत

चेन्नई का बैटिंग ऑर्डर उसकी सबसे बड़ी मजबूती है. धोनी, सुरेश रैना, मुरली विजय अंबाती रायुडू, फाफ ड्यू प्लेसी और शेन वॉट्सन जैसे बल्लेबाज किसी भी टीम की गेंदबाजी को ध्वस्त करने के लिए काफी हैं.

टीम के लगभग आठ ऐेसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने आईपीएल में 1000 से ज्यादा रन बनाए हैं. हालांकि इस बार टीम को एक नई ओपनिंग जोड़ी की खोज करनी होगी. टीम के पूर्व कामयाब ओपनर बल्लेबाज ड्वेन स्मिथ और ब्रैंडन मैकलम इस बार टीम का हिस्सा नहीं हैं.

अनुभवहीन तेज गेंदबाज

इस साल चेन्नई की तेज गेंदबाजी जरूर टीम के लिए मुश्किल बढ़ा सकती है. चेन्नई के पास जो तेज गेंदबाज हैं उसमें केवल शार्दुल ठाकुर को ही बड़े स्तर पर खेलने का अनुभव है. उनके अलावा केएम अासिफ, दीपक चहर और मोनू कुमार हैं, जो अब तक घरेलू क्रिकेट तक ही सीमित हैं. विदेशी खिलाड़ियों में जरूर टीम के पास लुंगी एंगिडी औऱ मार्क वुड जैसे बड़े नाम हैं. धोनी को तेज गेंदबाजी के तौर पर इन्हीं गेंदबाजों पर भरोसा जताना होगा.

स्पिन गेंदबाजी में उनके पास हरभजन सिंह जैसा दिग्गज है जो आईपीएल में सबसे ज्यादा विकेट लेने की लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं. उनका साथ देने के लिए रवींद्र जड़ेजा होंगे. उनके अलावा टीम के पास इमरान ताहिर और कर्ण शर्मा भी विकल्प के तौर हैं.