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आईपीएल 2017: सनराइजर्स की स्टार वार में कौन टिकेगा?

आईपीएल 10 में हैदराबाद की टीम ने किया मिलाजुला प्रदर्शन

Manoj Chaturvedi

पिछली चैंपियन सनराइजर्स की टीम स्टार से भरी नजर आती है. व्यक्तिगत प्रदर्शनों के मामले में भी वह सबसे आगे हैं. लेकिन टीम के प्रदर्शन की जहां तक बात है तो प्रदर्शन में वो बात नजर नहीं आती है. यही वजह है कि वह 14 में से आठ मैच ही जीत सकी और 17 अंक के साथ तीसरे स्थान पर रहकर प्लेऑफ में पहुंची है. हां, इतना जरूर है कि इस टीम की बल्लेबाजी में गहराई होने के साथ अटैक का पैनापन उसे लगातार दूसरे साल खिताब दिला दे तो हैरत नहीं होगी.

टीम की खूबियां


ओपनिंग जोड़ी का जवाब नहीं

सनराइजर्स हैदराबाद की ओपनिंग जोड़ी कप्तान डेविड वार्नर और शिखर धवन आईपीएल के दसवें सत्र की सबसे सफल जोड़ी है. यह दोनों रन बनाने के मामले में पहले दो स्थानों पर काबिज हैं. वार्नर ने 13 में सर्वाधिक 604 रन बनाए हैं. वहीं शिखर धवन 13 मैचों में 468 रन बनाकर दूसरे स्थान पर हैं. जिस टीम के दो खिलाड़ियों के बीच ऑरेंज कैप पाने की होड़ हो तो उसकी बल्लेबाजी के दम को आसानी से समझा जा सकता है.

पर्पल कैप पर भी कब्जा

सनराइजर्स हैदराबाद के पेस गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार लीग मुकाबलों के दौरान 25 विकेट लेकर पर्पल कैप पर कब्जा जमाए हुए हैं. वह यदि इस साल पर्पल कैप जीतते हैं तो वह यह गौरव लगातार दूसरे साल पाने वाले पहले गेंदबाज बन जाएंगे. भुवनेश्वर हमेशा ही स्विंग कराने वाले गेंदबाज रहे हैं. लेकिन इस बार वह अपनी गति को 135 किमी प्रति घंटा रखने से सफलता के झंडे गाड़ने में सफल रहे हैं.

राशिद का जवाब नहीं

राशिद खान अफगानिस्तान के क्रिकेटर हैं. वह पहली बार आईपीएल में खेलने के लिए नीलामी में खरीदे गए. वह शानदार प्रदर्शन से झंडे गाड़ने में सफल रहे हैं. वह दक्षिण अफ्रीकी स्पिनर इमरान ताहिर के बाद सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले स्पिनर हैं. इमरान ने 18 और राशिद खान ने 17 विकेट हासिल किए हैं. पर इमरान के इकॉनमी रेट 7.85 से बेहतर राशिद का 6.67 है. राशिद अच्छी वेरिएशन और गुगली से जलवा जमाए हुए हैं.

बड़ा स्कोर बनाने में सक्षम

सनराइजर्स हैदराबाद की बल्लेबाजी में गहराई है, इस कारण वह बड़े स्कोर खड़ा करने में सक्षम है. उन्होंने लीग में दो बार 200 से ज्यादा का स्कोर बनाया भी है. वार्नर और शिखर धवन टीम की बल्लेबाजी की जान हैं. लेकिन इनके नहीं चलने पर भी टीम विजयी स्कोर खड़ा करने में सक्षम है. टी-20 क्रिकेट में एक ओवर में छह छक्के लगाने का रिकार्ड बनाने वाले युवराज सिंह के रंगत में आने से टीम में जान आ गई है.

टीम की कमजोरियां

राशिद के जोड़ीदार की कमी

हैदराबाद टीम के पास राशिद के अलावा दूसरे प्रभावी स्पिनर की कमी खलने वाली है इसलिए टीम कई बार दवाब बनाने के बाद विपक्षी टीम को इस दवाब से निकलने का मौका देती रही है. टीम दूसरे स्पिनर के तौर पर कुछ गेंदबाजों को आजमाने पर भी अच्छी स्पिन जोड़ी खड़ी नहीं कर सकी है.

नेहरा की कमी खलने वाली है

आशीष नेहरा को हमेशा ही टी-20 का अच्छा गेंदबाज माना जाता रहा है लेकिन उनकी फिटनेस पर सवालिया निशान हमेशा लगते रहे हैं. लेकिन उनके चोटिल होने से टीम को तगड़ा झटका लगा है. नेहरा ने लीग चरण में खेले छह मैचों में 8 विकेट निकाले थे. मोहम्मद सिराज ने पिछले कुछ मैचों में नेहरा की भरपाई करने का प्रयास किया है. लेकिन अनुभव की कमी कभी भी मुश्किल बन सकती है.

डेथ ओवरों में भुवी के जोड़ीदार की कमी

भुवनेश्वर कुमार इस सीजन के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज हैं. वह अपने दो ओवर आखिर में फेंकते हैं लेकिन उनके जोड़ीदार एस कौल प्रदर्शन में एकरूपता रखने में कामयाब नहीं रहे हैं. इस कारण उनका 16 विकेट लेने का इकॉनमी रेट 8.25 है.

वार्नर पर ज्यादा निर्भरता

यह सही है कि टीम ने बिना वार्नर के भी कुछ विजयी प्रदर्शन किए हैं. पर फिर भी टीम उनके ऊपर जरूरत से ज्यादा निर्भर है. यह निर्भरता कभी घातक भी साबित हो सकती है. यह तब ही संभव है, जब युवराज पूरी फॉर्म में खेलें. पर वह अपने प्रदर्शन में एकरूपता रखने में असफल रहे हैं.