मुकाबले में ऐसा कुछ नहीं था, जिसके लिए इसे देखना चाहें. दो टीमें, जो आईपीएल 10 की खिताबी दौड़ से बाहर हो चुकी हों, उनका मैच कोई क्यों देखना चाहेगा. लेकिन ये मैच अहम था. इस लिहाज से कि विराट कोहली कप्तान के तौर पर चैंपियंस ट्रॉफी के पहले का आखिरी मैच नहीं हारना चाहते. वो अच्छी बल्लेबाजी के साथ विदाई चाहते होंगे.
हुआ भी वही. विराट कोहली जीते. जीतने के बाद वो इस कदर खुश थे, मानो उनकी टीम आठ टीमों में आठवें नहीं, पहले स्थान पर हो. वो मैदान पर उतने ही एक्टिव थे, जितना उनको देखा जाता है. उनकी टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने दस रन से मैच जीता. दिल्ली डेयरडेविल्स को उन्होंने 162 का लक्ष्य दिया था, लेकिन 151 पर आउट कर दिया.
जीत के बाद दिल्ली डेयरडेविल्स के 12 अंक रहे. छठे स्थान पर रहकर उन्होंने आईपीएल 10 का अंत किया. रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने सिर्फ तीन जीत के साथ सात अंक पाए और आठवें नंबर पर रहे. लेकिन अच्छी बात रही कि विराट कप्तान के तौर पर आईपीएल 10 में अपना आखिरी मैच जीते. वो भी अर्ध शतक बनाकर.
पहली गेंद पर संजू सैमसन का विकेट गिरने के बाद दिल्ली टीम लगातार परेशानी में दिखाई दी. जब-जब वे परेशानी से निकलते दिखे, उनके बल्लेबाजों ने कमजोर शॉट खेलकर विकेट गंवा दिया. करुण नायर (26), श्रेयस अय्यर (32) और शमी ने 21 रन बनाए. ऋषभ पंत जब तक थे, उम्मीदें बनी हुई थीं. लेकिन वो 45 रन बनाकर आउट हुए और उनके साथ दिल्ली की उम्मीदें भी आउट हो गईं.
पवन नेगी और हर्षल पटेल ने तीन-तीन विकेट लिए. ट्रेविस हेड को दो विकेट मिले. शेन वॉटसन ने सीजन की बेस्ट बॉलिंग करते हुए एक विकेट पाया. शावेज खान को विकेट भले ही एक मिला. लेकिन मोमेंटम उनकी गेंदबाजी से ही आया.
इससे पहले दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर मेहमान टीम ने टॉस जीतकर 20 ओवर में छङ विकेट पर 161 रन बनाए. बेंगलोर के लिए कप्तान कोहली ने सबसे ज्यादा 52 रन बनाए. क्रिस गेल (48) दो रनों से अर्धशतक से चूक गए. वह दूसरे सर्वोच्च स्कोरर रहे. पवन नेगी ने अंत में पांच गेंदों में तीन चौके मारते हुए 13 रन की पारी खेल सम्मानजनक स्कोर प्रदान किया.
दिल्ली के सबसे सफल गेंदबाज पैट कमिंस रहे. उन्होंने चार ओवरों में 21 रन देकर दो विकेट लिए. जहीर खान को एक और शाबाज नदीम को एक विकेट मिला.