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भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज: भारत ने बनाए कई रिकॉर्ड

भारत ने पहला टेस्ट मैच हारने के बाद सीरीज जीतने का कारनामा चौथी बार किया है

IANS

भारत ने चौथे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया को आठ विकेट से हराते हुए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जा कर लिया है. इस रोमांचक सीरीज में कई रिकॉर्ड बने. भारत पुणे में खेले गया पहला टेस्ट मैच हार गया था. इसके बाद उसने शानदार वापसी की और सीरीज अपने नाम की.

भारत ने पहला टेस्ट मैच हारने के बाद सीरीज जीतने का कारनामा चौथी बार किया है. इससे पहले उसने इंग्लैंड (1972-73), ऑस्ट्रेलिया (2000-01) और श्रीलंका (2015) के खिलाफ खेली गई सीरीज में पहला टेस्ट मैच हारने के बाद सीरीज जीती थी.


यह भारत की अपने घर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2004-05 के बाद लगातार चौथी सीरीज जीत है. साथ ही यह ऑस्ट्रेलिया की एशिया में लगातार चौथी सीरीज हार है. इससे पहले वह भारत में 2012-13 में, 2014-15 में संयुक्त अरब अमीरात में और 2016 में श्रीलंका में सीरीज में हार चुकी है.

यह भारत की 2016-17 में 10वीं टेस्ट जीत है. वह एक सत्र में सबसे ज्यादा टेस्ट जीतने वाली टीमों में संयुक्त रूप से ऑस्ट्रेलिया के साथ दूसरे स्थान पर है. एक सत्र में सबसे ज्यादा टेस्ट जीतने का रिकॉर्ड भी ऑस्ट्रेलिया के नाम ही है. उसने 2005-06 सत्र में 11 टेस्ट जीते थे. इससे पहले भारत ने एक सत्र में पांच जीत दर्ज की थी. भारत ने इस सत्र में कुल 13 टेस्ट मैच खेल हैं.

भारत के सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल ने चौथे टेस्ट मैच की दोनों पारियों में अर्धशतक जड़ा. उन्होंने इस सीरीज में कुल छह अर्धशतक जड़े. राहुल चार टेस्ट मैचों की सीरीज में छह अर्धशतक लगाने वाले तीसरे बल्लेबाज हैं. उनसे पहले पैटसी हेंडरसन और सुनील गावस्कर ऐसा कर चुके हैं.

इस मैच में भारतीय टीम की कप्तानी कर रहे अजिंक्य रहाणे ने दूसरी पारी में तेजी से रन बनाए. 27 गेंदों में चार चौके और दो छक्के लगाए. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 140.74 का रहा जो टेस्ट की किसी भी पारी में सबसे ज्यादा है.

भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा इस पूरे सत्र में शानदार फॉर्म में रहे. वह एक सत्र में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों में दूसरे स्थान पर आ गए हैं. पुजारा ने इस सत्र की 23 पारियों में 62.66 की औसत से 1316 रन बनाए हैं. उनसे आगे ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग हैं. पोंटिंग ने 2006-06 सत्र की 23 पारियों में 78.05 की औसत से 1483 रन बनाए थे.

'मैन ऑफ द मैच' और 'मैन ऑफ द सीरीज' रहे रवींद्र जडेजा ऐसे तीसरे हरफनमौला खिलाड़ी हैं, जिन्होंने किसी एक सत्र में 500 से अधिक रन बनाए और 50 से अधिक विकेट लिए. जडेजा से पहले कपिल देव ने 1979-80 और मिशेल जॉनसन ने 2008-09 सत्र में यह कारनामा किया था.