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जिस पर प्रभाकर ने लगाए थे फिक्सिंग के आरोप, अब वही तय करेगा उनका भविष्‍य!

मनोज प्रभाकर ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कोच पद के लिए आवेदन किया है और अब उनका इंटरव्‍यू होगा

FP Staff

'जब मैं मुंह खोलूंगा, तो क्रिकेट की दुनिया हिल जाएगी...' जब पहली बार मनोज प्रभाकर ने आउटलुक मैगजीन में आर्टिकल लिखा कि उन्हें एक क्रिकेटर ने खराब प्रदर्शन करने के लिए 25 लाख रुपए ऑफर किए थे, तो शायद ही क्रिकेट प्रेमियों के जेहन में कपिल देव का नाम आया होगा. प्रभाकर ने सार्वजनिक तौर पर नाम नहीं बताया. वो कहते रहे कि बहुत बड़ा नाम है. कुछ समय बाद नाम सामने आया. बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष इंदरजीत सिंह बिंद्रा ने पुष्टि की कि मनोज  प्रभाकर ने कपिल देव का नाम लिया था. उस वक्त एमपी पांडोव भी वहां मौजूद थे. मैच 1994 का था. चर्चा 1997 में हुई. नाम 1999-2000 के आसपास सामने आया. उसके बाद कपिल देव से आरोप हट भी गए.  लेकिन अब, करीब 20 साल बाद वो घटना फिर सुर्खियों में है.

मामला कुछ ऐसा है कि एक बार फिर कपिल देव और मनोज प्रभाकर आमने-सामने होंगे. इस बार मनोज प्रभाकर के करियर का फैसला कपिल देव करेंगे. प्रभाकर  भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कोच पद का इंटरव्यू देंगे. जिस पैनल के सामने वो इंटरव्यू देंगे, उसमें एक नाम कपिल देव का भी है.पैनल टीम में उनके साथ अंशुमन गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी भी हैं. 20 दिसंबर को मुंबई में इंटरव्यू होगा.


भारतीय क्रिकेट के लिए 20वीं सदी का आखिरी दशक बहुत बुरा था. जब भारतीय क्रिकेट के ऊपर फिक्सिंग के काले बादल मंडराने लगे थे. तमाम बड़े नाम सामने आ रहे थे. हर किसी को संदेह की नजर से देखा जा रहा था. उसी समय कपिल देव पर आरोप लगा था. कपिल ने फिर करण थापर के शो में इंटरव्यू दिया, जिसमें वो फूट-फूटकर रोए थे. हालांकि यह कहा गया कि उस इंटरव्यू के लिए कपिल ने ही करण थापर से संपर्क साधा था. खैर, उस बात को भी करीब 18 साल हो गए हैं. दुनिया बदल गई है. लेकिन यकीनन कपिल देव और मनोज प्रभाकर के बीच के रिश्‍ते किसी से छिपे नहीं है. उस समय मनोज प्रभाकर ने कपिल देव पर फिक्सिंग का आरोप लगाया था और उन्‍हें चोर कहा. अब  वो टेबल के दूसरी तरफ कपिल के सामने इंटरव्यू देते नजर आएं. बशर्ते उनके इंटरव्यू के वक्त कपिल देव खुद हटने का फैसला न कर लें. अगर कपिल इंटरव्यू में रहते है, तो यहां सवाल उठता है कि क्‍या इस इंटरव्‍यू पर उनकी उस दुश्‍मनी का प्रभाव पड़ेगा?

प्रभाकर के पास कोचिंग का भी ठीक ठाक अनुभव है. पहले दिल्‍ली क्रिकेट टीम के गेंदबाजी कोच रहे और राजस्‍थान क्रिकेट टीम के भी मुख्‍य कोच रहे. दिसंबर 2015 में टी20 विश्‍व कप से पहले वह अफगानिस्‍तान क्रिकेट टीम के गेंदबाजी कोच रहे. इस अनुभव का फायदा देश की महिला टीम को मिल पाता है या नहीं, ये तो इंटरव्‍यू के बाद ही मामूम चलेगा. हालांकि साउथ अफ्रीका के हर्शल गिब्‍स ने भी इस पद के लिए आवेदन दिया है. जो खुद मैच फिक्सिंग में फंस चुके हैं.

गौरतलब है कि भारत की अनुभवी खिलाड़ी मिताली राज के साथ चल रहे विवाद के कारण रमेश पोवार का कोच पद के लिए करार नहीं बढ़ाया गया था, जिसके बाद बीसीसीआई ने कोच पद के लिए आवेदन दिया था. शॉर्टलिस्टेड उम्मीदवारों में गैरी कर्स्टन, हर्शल गिब्स, रमेश पोवार सहित कुछ और नामों के साथ मनोज प्रभाकर भी शामिल हैं.

नेशनल टीम से जुड़ना चाहते हैं

हालांकि प्रभाकर भी जानते हैं कि इंटरव्‍यू में उनका सामना कपिल देव से होगा. जब दोनों आमने सामने होंगे तो उस समय की यादें एक बार फिर जेहन में जरूर आ जाएंगी. जब कपिल देव भी फूट फूटकर रोने लगे थे. खैर प्रभाकर इन बातों को आगे न रखकर नेशनल टीम में किसी भी पद से जुड़ना चाहते हैं. उन्‍होंने कहा कि वह अपने अनुभव को देश की टीम से बांटना चाहते है और भारतीय क्रिकेट में अपना योगदान देना चाहते हैं. इसीलिए उन्‍होंने आवेदन किया. अब देखना होगा कि क्‍या प्रभाकर को यह जिम्‍मेदारी मिल पाती है या न