view all

दलाई लामा के गढ़ में उतरे ‘चाइना मैन’ की पूरी कहानी

1930 के दशक में वेस्टइंडियन गेंदबाज आचोंग की वजह से नाम दिया गया 'चाइनामैन'

FP Staff

भारत ने दलाई लामा के शहर या गढ़ में ‘चाइना मैन’ को उतारने का फैसला किया. लेकिन चाइना या चीन तो इंटरनेशनल क्रिकेट खेलता नहीं है. तो इसका चीन से क्या लेना देना? दरअसल, ये सारे सवाल इसलिए उठ रहे हैं, क्योंकि धर्मशाला टेस्ट मैच में भारत ने कुलदीप यादव के रूप में अपना पहला चाइनामैन गेंदबाज उतारा है. एशिया में श्रीलंका के लक्षण संदकन के बाद कुलदीप एशिया के दूसरे चाइनामैन गेंदबाज हैं. दिलचस्प है कि संदपन ने भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना करियर शुरू किया था.

'चाइनामैन' की कहानी


सबसे पहले चाइनामैन की कहानी जान लेते हैं. दक्षिण अफ्रीकी ऑलराउंडर चार्ली बक लेवेलिन के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने इस गेंद की शुरुआत की. वो 19वीं सदी के अंत में खेला करते थे. लेकिन चाइनामैन को पहचान मिली 1930 के दशक में

एक थे एलिस आचोंग. वेस्ट इंडीज के स्पिनर. वैसे वो चीनी मूल के थे. 1933 का ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट था. आचोंग बाएं हाथ के ऑर्थोडॉक्स स्पिनर थे. यानी आसान भाषा में समझें, तो बाएं हाथ के ऐसे स्पिनर जिनकी गेंद दाएं हाथ के बल्लेबाज के लेग स्टंप पर पड़कर ऑफ की तरफ टर्न होती हो. उन्होंने एक अजीबोगरीब गेंद की. कलाई के सहारे की गई एक गेंद ऑफ से लेग की तरफ टर्न हुई. अंग्रेज बल्लेबाज वॉल्टर रॉबिंस इस पर स्टंप आउट हो गए.

कहा जाता है कि जब रॉबिंस पवेलियन लौट रहे थे तो उन्होंने अंपायर से कहा, 'ब्लडी चाइनामैन ने क्या चकमा दिया.' बस तभी से इंग्लैंड में यह शब्द लोकप्रिय हो गया और धीरे धीरे क्रिकेट से जुड़ गया. बाएं हाथ से लेग स्पिन करने वाले गेंदबाजों को 'चाइनामैन' कहा जाने लगा.

एक बार फिर समझें चाइनामैन क्या है

दाएं हाथ का लेग स्पिनर अगर बाएं हाथ से गेंदबाजी करने लगे, तो वो चाइनामैन कहलाती है. चाइनामैन बॉलर अगर बाएं हाथ के ऑर्थोडॉक्स स्पिनर की तरह गेंद को लेग से ऑफ की तरफ टर्न कराता है, तो ये उसकी गुगली होती है. हम यहां दाएं हाथ के बल्लेबाज को की जाने वाली गेंद की चर्चा कर रहे हैं. बाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए गुगली ऑफ स्टंप पर पड़कर अंदर यानी लेग स्टंप की तरफ आएगी.

कौन हैं मशहूर चाइनामैन गेंदबाज

दुनिया ने बहुत कम चाइनामैन गेंदबाज देखे हैं, चक फ्लीटवुड स्मिथ, गैरी सोबर्स से लेकर और हाल के दिनों में पॉल एडम्स, ब्रैड हॉग, माइकल बेवन और डेव मोहम्मद. हाल में श्रीलंका के लक्षण संदकन भी आए हैं. पॉल एडम्स ने 45 टेस्ट में 134 जबकि 24 वन-डे में 29 विकेट लिए.

आमतौर पर इस तरह की गेंदबाजी करना बेहद मुश्किल होता है. इसलिए देखा गया है कि चाइनामैन गेंदबाज का नियंत्रण बहुत खराब होता है. इसीलिए ऐसे गेंदबाज बहुत कम देखने को मिलते हैं.