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कुंबले ने किया कोच पद के लिए आवेदन, मैक्डरमॉट भी रेस में

कुंबले ने भी कोच पद के लिए फिर से आवेदन किया है. वह भी सभी आवेदकों की तरह

FP Staff

चैंपियंस ट्रॉफी से ठीक पहले अनिल कुंबले और विराट कोहली के बीच विवाद ने पूरे माहौल को थोड़ा गर्म कर दिया है. कहा जा रहा है कि विराट और कुंबले के बीच सब कुछ ठीक नहीं है. लेकिन शनिवार को कोहली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कर दिया कि उनके और कुंबले के बीच कोई विवाद नहीं है.

इससे पहले खबर आई थी कि चैंपियंस ट्रॉफी के बाद अनिल कुंबले भारतीय क्रिकेट टीम के कोच नहीं होंगे, लेकिन अब इस मामले में एक और ट्विस्ट आ गया है. अंग्रेजी अखबार 'द हिंदू' के अनुसार अनिल कुंबले ने भी कोच पद के लिए फिर से आवेदन किया है. वह भी सभी आवेदकों की तरह.


अब इससे दो सवाल बनते हैं. पहला अगर कुंबले को आवेदन करने की जरूरत नहीं थी तो उन्होंने क्यों किया. मौजूदा कोच होने के कारण उन्हें प्रक्रिया के लिए आवेदन करने की जरुरत नहीं थी उन्हें सीधी एंट्री मिलती और दूसरा जब कुंबले ने भी आवेदन किया है तो क्या बीसीसीआई उन्हें नजरअंदाज कर पाएगी? कुंबले के सीधे तौर से आवेदन करने से यह तो साफ है कि वह फिर से भारतीय टीम के कोच बनने के इच्छुक हैं. तभी को उन्होंने इसके लिए आवेदन किया है.

खबरों में ये भी कहा गया कि बीसीसीआई ने ही वीरेंद्र सहवाग को कोच पद के लिए आवेदन करने को कहा है तो अब कुंबले के आवेदन के बाद क्या बीसीसीआई सहवाग को कैसे मना करेगी?

बीसीसीआई ने अब तक कोच पद के आवेदकों के नाम की घोषणा नहीं की है लेकिन खबरों के अनुसार लालचंद राजपूत, डोडा गणेश, रिचर्ड पायबस, टॉम मूडी, क्रेग मैक्डरमॉट ने भारतीय टीम के कोच बनने के लिए आवेदन किया है. वीरेंद्र सहवाग भी इस रेस बने हुए हैं.

बीसीसीआई ने कहा है कि कोच चुनने में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी. क्रिकेट प्रशासनिक कमेटी और क्रिकेट सलाहकार कमेटी मिलकर प्रक्रिया करेंगे. क्रिकेट सलाहकार समिति में सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली शामिल है.

अनिल कुंबले को टीम इंडिया का कोच एक साल के लिए बनाया गया था. क्रिकेट सलाहकार कमेटी ने ही अनिल कुंबले को कोच बनाया था. भारत ने कुंबले के कोच रहते घरेलू सत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 13 में से 10 टेस्ट जीते, दो ड्रॉ खेले और सिर्फ एक गंवाया. इसके अलावा वेस्टइंडीज में टेस्ट श्रृंखला भी जीती.

हालांकि खिलाड़ियों के भुगतान में बढ़ोतरी को लेकर उनका रवैया बीसीसीआई को रास नहीं आया. सबसे हैरानी की बात यह है कि ऐसे समय में नए आवेदन मंगवाए गए हैं जब टीम चैंपियंस ट्रॉफी खेलने इंग्लैंड पहुंची ही है.

खबर तो ये भी थी कि कुंबले अपने और खिलाड़ियों के वेतन में इजाफे की बात कर रहे हैं. लेकिन अगर बीसीसीआई उनकी जगह किसी और को नियुक्त करता है तो वह ऐसा नहीं कर पाएंगे. उनकी कुछ मांगें तो समझ से परे हैं.’ बोर्ड इस बात से भी खफा है कि कुंबले ने कप्तानी का अतिरिक्त बोझ लेने वाले विराट कोहली के लिए 25 प्रतिशत अतिरिक्त कप्तानी फीस की मांग की है. उन्होंने मुख्य कोच होने के नाते चयन समिति में जगह की भी मांग की है. उनकी यह मांग लोढ़ा समिति की सिफारिशों के खिलाफ है जिसमें साफ तौर पर कहा गया है कि चयन समिति में तीन ही सदस्य होंगे.