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India vs West Indies 1st ODI: मिडिल ऑर्डर की गुत्थी सुलझाने उतरेगी टीम इंडिया

भारत और वेस्टइंडीज के बीच वनडे सीरीज का पहला मुकाबला रविवार को खेला जाएगा

FP Staff

टेस्ट सीरीज में कैरेबियाई टीम को जोरदार मात देन के बाद टीम इंडिया अब वनडे सीरीज के लिए तैयार है. बल्लेबाजी से लेकर गेंदबाजी तक भारतीय टीम मजबूत दिख रही है लेकिन इसके बावजूद वेस्टइंडीज के खिलाफ रविवार से शुरू होने वाली पांच वनडे मैचों की सीरीज में वह अगले साल होने वाले वर्ल्ड कप से पहले मिडिल ऑर्डर की गुत्थी को सुलझाने की कोशिश करेगी.

इंग्लैंड में आठ महीने से भी कम समय में वर्ल्ड कप शुरू हो जाएगा और भारत के पास अपने को व्यवस्थित करने के लिये केवल 18 मैच बचे हैं. इनमें भी नंबर चार स्थान विशेष है जिसमें अब तक कई बल्लेबाज आजमाए जा चुके हैं लेकिन कोई भी अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरा है.


इस सीरीज के साथ ही से कप्तान विराट कोहली भी सीमित ओवरों की क्रिकेट में वापसी करेंगे. एशिया कप में उन्हें आराम देकर रोहित शर्मा को कमान सौंपी गई थी.

क्या सुलझेगी मिडिल ऑर्डर की पहेली!

संभावना है कि कोहली मिडिल ऑर्डर में नया कॉम्बिनेशन आजमाने की कोशिश करेंगे और ऐसे में ऋषभ पंत को वनडे में डेब्यू का मौका मिल सकता है. उन्होंने टेस्ट मैचों में अपनी बल्लेबाजी से काफी प्रभावित किया था तथा ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ शतक जड़ने के बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ 92 रन की दो पारियां खेली थीं.

पंत को दिनेश कार्तिक की जगह टीम में लिया गया है. वह पहले वनडे के लिS चुनी गयी 12 खिलाड़ियों की टीम में शामिल हैं लेकिन अगर वह प्लइंग इलेवन में चुने जाते हैं तो उन पर अच्छा प्रदर्शन करने का थोड़ा दबाव भी होगा.

धोनी पर भी होंगी निगाहें

महेंद्र सिंह धोनी पर फिर से सभी की निगाहें टिकी रहेंगी जो हाल के दिनों में बल्ले से अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाये हैं. मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद हालांकि स्पष्ट कर चुके हैं कि वर्ल्ड कप तक धोनी पहली पसंद के विकेटकीपर बने रहेंगे.

धोनी एशिया कप में फार्म में नहीं दिखे. उनहोंने चार पारियों में 19.25 के औसत और 62.09 के स्ट्राइक रेट से 77 रन बनाये। इस साल अभी तक उन्होंने 15 मैचों में जो दस पारियां खेली हैं उनमें 28.12 की औसत और 67.36 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं.

टॉप ऑर्डर के तीन बल्लेबाजों की जगह तय है ऐसे में अंबाती रायुडू को नंबर चार पर उतारा जा सकता है जिनसे एशिया कप वाली फॉर्म बरकरार रखने की उम्मीद है. उन्होंने एशिया कप में छह पारियों में 175 रन बनाए थे. मनीष पांडे के लिए हालांकि समय तेजी से निकल रहा है क्योंकि वह टीम में अपनी जगह पक्की करने में नाकाम रहे हैं.

सेट है गेंदबाजी आक्रमण

भारत को चोटिल हार्दिक पंड्या की गैरहाजिरी में निचले क्रम में ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा की सेवाएं भी मिलेंगी. उन्होंने एशिया कप में एक साल बाद वनडे में वापसी की और फिर वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भी अच्छा प्रदर्शन किया है.

भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह पहले दो वनडे में नहीं खेल पाएंगे लेकिन मोहम्मद शमी और उमेश यादव कोशिश करेंगे कि टीम को उनकी कमी नहीं खले. कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की स्पिन जोड़ी फिर से अहम भूमिका निभाएगी.

एशिया कप में दो मैचों में प्रभावशाली प्रदर्शन करने वाले बाएं हाथ के तेज गेंदबाज खलील अहमद भी मौके का फायदा उठाने की कोशिश करेंगे.

टेस्ट के विपरीत वनडे में वेस्टइंडीज की टीम ज्यादा नजर आती है. टीम को हालांकि क्रिस गेल और आंद्रे रसेल की कमी खलेगी. इविन लुईस का निजी कारणों से हटने से भी टीम को झटका लगा है.

यही नहीं कोच स्टुअर्ट लॉ आईसीसी आचार संहिता के उल्लंघन के कारण पहले दो वनडे में ड्रेसिंग रूम में नहीं आ पाएंगे जहां खिलाड़ियों की उनकी जरूरत पड़ेगी.

वेस्टइंडीज के पास हालांकि अनुभवी मर्लोन सैमुअल्स, कप्तान और आलराउंडर जैसन होल्डर और तेज गेंदबाज केमार रोच हैं.

(Input- Bhasha)