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शार्दुल ठाकुर अगर चोटिल थे तो उन्हें खेलने की मंजूरी कैसे मिली!

शार्दुल की चोट के बाद सवालों के घेरे में आई बीसीसीआई के नेशनल क्रिकेट एकेडमी

FP Staff

बीसीसीआई की नेशनल क्रिकेट एकेडमी यानी एनसीए का रिहैबिलिटेशन कार्यक्रम फिर सवालों के घेरे में आ गया. तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर को वेस्टइंडीज के खिलाफ शुक्रवार को डेब्यू टेस्ट में केवल 10 गेंद डालने के बाद मैदान छोड़ना पड़ा क्योंकि दुबई में एशिया कप के दौरान लगी ग्रोइन की उनकी चोट फिर से उभर आई.

बीसीसीआई के अधिकारिक बयान के अनुसार, ‘शार्दुल ठाकुर स्कैन कराने गए हैं वह शुक्रवार मैदान में नहीं आएंगे. टेस्ट मैच के बाकी दिनों में उनकी भागीदारी पर अपडेट उनके स्कैन के बाद किया जाएगा जब टीम प्रबंधन उनकी चोट का आकलन कर लेगा.’


यह दूसरी बार है जब यह 26 वर्षीय खिलाड़ी ने लगातार दो इंटरनेशनल मैचों में बाहर हुआ है. 18 सितंबर को ठाकुर को इससे पहले एशिया कप में हांगकांग के खिलाफ मैच के बाद कूल्हे और ग्रोइन की चोट के कारण स्वदेश भेज दिया गया था.

दस दिन बाद 28 सितंबर को वह विजय हजारे ट्राफी में मुंबई की तरफ से खेलने उतरे लेकिन तब उनकी फिटनेस पर सवाल उठने लगे है कि उन्हें एनसीए से खेलने के लिये मंजूरी कैसे मिली.

बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा है, ‘ग्रोइन चोट फिटनेस संबंधित चोट है, यह मैदान पर लगी चोट नहीं है. मेरा सवाल है कि शार्दुल को ग्रोइन चोट की शिकायत के 10 दिन के भीतर फिटनेस प्रमाण पत्र कैसे मिल गया और फिर 15 दिन बाद यह चोट फिर से उबर गयी.’

इससे पहले विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा की चोट के बिगड़ने का नतीजा उनकी सर्जरी और लंबे वक्त तक टीम से बाहर रहने के रुप में सामने आय़ा है. इसे अलावा इंग्लैंड दौरे पर भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह की चोटों ने भी एनसीए को सवालों के कठघरे में खड़ा किया था.

(With PTI inputs)