कैरेबियाई टीम के खिलाफ 300 से ज्यादा रन के टारगेट को आसानी से हासिल कर लेने वाली टीम इंडिया अब दूसरे वनडे में भी जीत की इस लय को बरकरार रखने उतरेगी.
विराट और रोहित शर्मा के शतकों ने गुवाहाटी में पिछले मैच में 323 रन के लक्ष्य को आसान बनाकर भारत को पांच मैचों की सीरीज में 1 -0 से बढत दिलाई थी.
गुवाहाटी में विराट और रोहित ने भारत को 47 गेंद बाकी रहते जीत दिलाकर वेस्टइंडीज का रहा सहा मनोबल भी तोड़ दिया था. टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों के फार्म के चलते मध्यक्रम को कुछ करने की जरूरत ही नहीं पड़ी थी. विश्व कप से पहले अहम मानी जा रही इस सीरीज में हालांकि मिडिल ऑर्डर को भी आजमाए जाने की जरूरत है.
2019 में होने वाल् वर्ल्ड कप से पहले भारत के पास अपने मिडिल ऑर्डर को आजमाने के लिए गिने-चुने मौके ही बचे हैं.
गेंदबाजी पर करना होगा फोकस
भारत को हालांकि वाय एस राजशेखर रेड्डी एसीए वीडीसीए स्टेडियम पर अपने गेंदबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी. कोहली को पता है कि गेंदबाजी पिछले मैच में कमजोर कड़ी रही थी.
डेथ ओवरों के विशेषज्ञ जसप्रीत बुमराह और भरोसेमंद भुवनेश्वर कुमार की गैर मौजूदगी में भारतीय गेंदबाज बारसापारा स्टेडियम पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके थे. रवींद्र जडेजा भी लय में नहीं थे जिससे कैरेबियाई बल्लेबाजों ने बड़ा स्कोर बना डाला. मोहम्मद शमी ने 10 ओवरों में 81 रन दिए. इसके बावजूद विकल्प नहीं होने के कारण कोहली को उन्हें ही उतारना होगा.
दूसरे टेस्ट में 10 विकेट लेने वाले उमेश यादव भी उस फॉर्म को दोहरा नहीं सके और महंगे साबित हुए.
विश्व कप में अब एक साल से भी कम रह गया है लिहाजा टीम प्रबंधन तेज गेंदबाजों का पूल तैयार करना चाहता होगा. ऐसे में उमेश को और मौके दिए जा सकते हैं . पहले मैच में बाहर रहे चाइनामैन कुलदीप यादव को खलील अहमद की जगह उतारा जा सकता है.
कप्तान कोहली के पास भी है मौका
इस मैच में कप्तान कोहली के पास भी एक बहुत बड़ा मौका है. अहर वह 81 रन बना लेते हैं तो सचिन तेंदुलकर को पछाड़कर इस फॉर्मेट में सबसे तेज 10000 रन पूरे करने वाले बल्लेबाज बन जाएंगे. इस रिकॉर्ड की संभावना ने दर्शकों में इस मैच को लेकर अतिरिक्त उत्साह भर दिया है . तेंदुलकर ने 259 पारियों में वह आंकड़ा छुआ था जबकि कोहली 204 पारियां खेल चुके हैं.
(With Agency Input)