राजकोट टेस्ट में भारत ने पहली पारी में रनों की बारिश कर दी. पृथ्वी शॉ, विराट कोहली के बाद रविन्द्र जडेजा के बल्ले से शतक निकला. चेतेश्वर पुजारा और ऋषभ पंत भी लगभग शतक के करीब पहुंचे. हालांकि पुजारा जब आउट हुए तब वह शतक से 14 रन दूर थे, लेकिन जब पंत आउट हुए, तब उन्हें शतक के लिए सिर्फ 8 रन की ही जरूरत थी. कोहली के साथ क्रीज पर आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए पंत 92 पर खेल रहे थे और कोहली के शतक पूरा होने के बाद अपने टेस्ट करियर के दूसरे शतक के पूरे होने का इंतजार कर ही रहे थे कि देवेंद्र बिशू की गेंद पर छक्का लगाने के चक्कर में 92 पर अपना विकेट गंवा दिया. यह इस शॉट को खेलने के बाद उन्हें कितना पछतावा हो रहा था, यह साफतौर पर उनके चेहरे पर दिख रहा था.
शतक के इतने करीब पहुंचकर खुद की गलती से दूर होने के पर उन्हें खुद का गुस्सा भी आया, जिसे उन्होंने मैदान पर ही निकाल दिया. विकेट गंवाते ही पंत ने बल्ले से अपने सिर पर मारा और हेलमेट उतारते के बाद आंखों को कसकर बंद कर लिया. यहां पर पंत अपने अंदाज से शतक जड़ने की कोशिश कर रहे थे. इस विकेटकीपर बल्लेबाज छक्का लगाकर 57 गेंदों में पहला टेस्ट अर्धशतक जड़ा. पंत ने बारे में वैसे ज्यादातर लोग जानते ही होंगे कि उन्होंने अपने टेस्ट करियर का खाता भी गेंद को बाउंड्री के पार पहुंचाकर ही खोला था. यहीं नहीं अपना पहला टेस्ट शतक भी उन्होंने छक्का लगाकर ही पूरा किया था.