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India vs West indies: वेस्‍टइंडीज की वनडे टीम में नहीं दिखेंगे ब्रावो, पोलार्ड और नारायण!

भारतीय वीजा हासिल करने के लिए तैयार की गई बोर्ड की 25 खिलाड़ियों की सूची में उनके नाम नहीं हैं

Bhasha

भारत दौरे पर आई वेस्‍टइंडीज टीम को दो टेस्‍ट मैचों की सीरीज के पहले मैच में करारी शिकस्‍त मिली और अब उसकी नजर दूसरे टेस्‍ट पर है. टेस्‍ट सीरीज खत्‍म होने के बाद दोनों टीमों के बीच 5 मैचों की वनडे सीरीज खेली जानी है और सीमित ओवर के मुकाबलों में कैरेबियाई टीम लंबे फॉर्मेट की तुलना में एक अलग ही रंग में नजर आती है, लेकिन 21 अक्‍टूबर से शुरू होने वाली वनडे सीरीज से पहले कैरेबियाई टीम अपने स्‍टार खिलाडि़यों को लेकर चिंता में हैं. टीम की दीवार माने जाने वाले ड्वेन ब्रावो, काइरन पोलार्ड और सुनील नारायन के भारत के खिलाफ वनडे सीरीज में खेलने की संभावना न के बराबर लग रही हैं, क्योंकि भारतीय वीजा हासिल करने के लिए तैयार की गई बोर्ड की 25 खिलाड़ियों की सूची में उनके नाम नहीं हैं. यहां तक कि ड्वेन ब्रावो के भारत जाने वाली टी20 टीम में भी चुने जाने की संभावना नहीं दिखती है क्योंकि क्रिकेट वेस्टइंडीज (सीडब्ल्यूआई) ने भारत का वीजा हासिल करने के लिए जिन खिलाड़ियों से संपर्क किया है, उसमें वो शामिल नहीं है जबकि उन्होंने त्रिनबागो नाइटराइडर्स की अगुआई करते हुए उसे हाल में कैरेबियाई प्रीमियर लीग खिताब दिलाया था.

सुपर 50 के प्रदर्शन के आधार पर होगा चयन 


क्रिकेट वेस्टइंडीज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जानी ग्रेव ने कहा कि क्रिकेट के ओपरेटिंग डिपार्टमेंट के जरिए चयनकर्ताओं ने भारत के लिए वीजा हासिल करने के मद्देनजर 25 खिलाड़ियों को चुना है. हालांकि वेस्टइंडीज टीम की घोषणा अभी की जानी है, लेकिन क्रिकेट वेस्टइंडीज ने वनडे सीरीज के लिए संभावित खिलाड़ियों के लिये प्रक्रिया शुरू कर दी है. खिलाड़ियों के चयन के लिए तीन अक्टूबर से शुरू हुई घरेलू वेस्टइंडीज सुपर 50 (नेशनल वनडे) में प्रदर्शन अहम होगा. ग्रेव ने कहा कि सुपर 50 से पहले वनडे टीम के लिए लंबी सूची चुनने का कारण यही है कि खिलाड़ी 10 अक्टूबर को भारत के लिए रवाना होंगे और 12 अक्टूबर तक पहुंचेंगे. पहले वनडे से पूर्व गुवाहाटी में एक कैंप भी आयोजित होगा.  उन्होंने कहा कि ब्रावो का मुद्दा यह है कि वह आंद्रे रसेल, पोलार्ड, कार्लोस ब्रेथवेट, रोवमैन पावेल के साथ ऑल राउंडर स्थान के लिए खेल रहे हैं, जिन्होंने सीपीएल में अच्छा प्रदर्शन किया था. इसलिए चयनकर्ताओं के पास चुनने के लिए काफी विकल्प होंगे, लेकिन अगर वह सुपर 50 में अच्छा खेलते हैं तो उसके लिए दरवाजे खुले रहेंगे.