इंग्लैंड दौरे और फिर वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू टेस्ट मैचों के लिए करुण नायर को नजरअंदाज करने पर मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने सोमवार को कहा कि इस खिलाड़ी को कारणों के बारे में बता दिया गया है. प्रसाद ने सोमवार को कहा कि मैंने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट टीम के चयन के बाद खुद तुरंत करुण से बात की और उन्हें वापसी करने के तरीके के बारे में बताया. चयन समिति संवाद प्रक्रिया के बारे में बहुत स्पष्ट है.
टेस्ट में भारत के लिए तिहरा शतक जड़ने वाले दूसरे खिलाड़ी करुण को इंग्लैंड सीरीज के लिए भारतीय दल में चुना गया था, लेकिन अंतिम दो टेस्ट के लिए जब टीम में बदलाव किया गया तो हनुमा विहारी को मौका मिला. जिसके बाद से ही दिग्गज क्रिकेटर्स ने नायर को टीम में शामिल ना करने पर कई सवाल उठाए थे. सुनील गावस्कर ने तो यहां तक कह दिया था कि शायद नायर कप्तान और कोच के फेवरेट नहीं हैं. वहीं करुण ने हाल में दिए गए एक इंटरव्यू में कहा था कि ना तो टीम प्रबंधन और न ही चयनकर्ताओं ने उनसे बातचीत की.
हालांकि प्रसाद ने कहा कि करुण को साफ तौर पर बताया गया था कि ऐसा फैसला क्यों लिया गया था. पूर्व भारतीय विकेटकीपर ने कहा कि संवाद हमेशा इस समिति का मजबूत पक्ष रहा है. किसी भी खिलाड़ी को दुखद खबर देना सचमुच काफी मुश्किल होता है.आपके पास उन्हें बाहर रखने के स्पष्ट कारण होना चाहिए, हालांकि वे शायद इससे सहमत नहीं हों. प्रसाद ने बताया कि उनके साथी देवांग गांधी ने इंग्लैंड में इस मध्यक्रम बल्लेबाज से बात की थी, जब उसे अंतिम एकादश में नहीं चुना गया था.
प्रसाद ने कहा कि करुण को रणजी ट्रॉफी में रन बनाना जारी रखना होगा और आगे जो भी भारत ए की सीरीज होगी, उसमें अच्छा खेलना बरकरार रखना होगा. वह टेस्ट क्रिकेट के लिए भविष्य की योजनाओं में शामिल हैं. इस समय हमने उन्हें घरेलू और भारत ए के मैचों में प्रदर्शन करने पर ध्यान लगाने की सलाह दी है.
एजेंसी इनुपट के साथ