भारत और वेस्टइंडीज के बीच 12 अक्टूबर से टेस्ट सीरीज का दूसरा और आखिरी मैच खेला जाएगा और इस मैच में भी भारत का पलड़ा भारी लग रहा है. सीरीज के पहले मैच में राजकोट में कैरेबियाई टीम को बुरी तरह से पराजय का सामना करना पड़ा था और अब हैदराबाद में उसकी नजर सीरीज हार को टालने पर हैं, लेकिन आंकड़ों की बात करे तो यहां पर भी भारत का ही पलड़ा भारी है, क्योंकि आज तक भारत को टेस्ट क्रिकेट में हैदराबाद के इस मैदान पर कोई हरा नहीं पाया है. इस मैदान पर भारत ने कुल चार मैच खेले हैं, जिसमें तीन जीते हैं और एक मैच ड्रॉ रहा है.
न्यूजीलैंड के खिलाफ नवंबर 2010 में यहां पर खेले गए पहले टेस्ट मैच ड्रॉ रहा था. 2012 में भारत ने न्यूजीलैंड को यहां पारी और 115 रन से हराया. इसके बाद मार्च 2013 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पारी और 135 रन से हराया था. पिछले साल फरवरी में भारत ने बांग्लादेश पर 208 रन से बड़ी जीत हासिल की थी.
हर बार चला यहां पुजारा का बल्ला
चेतेश्वर पुजारा इस समय शानदार फॉर्म में चल रहे हैं और कैरेबियाई टीम के लिए यह बात और भी बड़ी चिंता वाली हो सकती है कि हैदराबाद के इस मैदान पर जब जब पुजारा ने बल्ला उठाया, हर बार रन बरसे हैं. 2012 में न्यूजीलैंड के खिलाफ जब भारतीय लड़खड़ा रही थी कि, उस समय पुजारा ने 159 रन की पारी बड़ी खेली. 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली पारी में दोहरा शतक जड़ा. 2017 में बांग्लादेश के खिलाफ पहली पारी में 83 रन और दूसरी पारी में नाबाद 54 रन जड़े थे.
अनलकी केएल राहुल
केएल राहुल इस समय अपने बल्ले पर लगे जंग को उतारने की कोशिश कर रहे है. राजकोट टेस्ट में भी वह अपना खाता तक नहीं खोल पाए थे और अब सभी की नजर उन पर हैदराबाद टेस्ट पर टिकी हुई हैं, लेकिन राहुल शायद इस बात को अच्छी तरह से जानते हैं कि यहां अभी तक उनका बल्ला नहीं चला. बांग्लादेश के खिलाफ दोनों पारियों में उन्होंने कुल 12 रन बनाए थे. पहली पारी में दो रन और दूसरी पारी में सिर्फ 10 रन ही बना पाए थे.
जडेजा और अश्विन की जोड़ी पहले ही बरपा चुकी है कहर
बल्लेबाजी तो छोडि़ए, इस मैदान पर रवीन्द्र जडेजा और आर अश्विन की जोड़ी कहर बरपाती है. इस मैदान पर उनके नाम कई रिकॉर्ड भी है. न्यूजीलैंड के खिलाफ 2012 में मैन ऑफ मैच रहे अश्विन ने जहां पहली पहली पारी में 37 रन बनाए थे, वहीं इसी एक मैच में कुल 12 विकेट ले लिए थे. पहली पारी में उन्होंने 31 रन देकर और दूसरी पारी में 54 रन देकर छह छह विकेट लिए थे. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली पारी में जडेजा ने 33 रन पर तीन विकेट लिए थे, लेकिन अश्विन 41 रन पर एक ही विकेट ले पाए और इस कमी को उन्होंने दूसरी पारी में पूरा किया. दूसरी पारी में उन्होंने 63 रन पर 5 विकेट लिए. वहीं जडेजा ने 33 रन पर तीन विकेट लिए थे. बांग्लादेश के खिलाफ अश्विन और जडेजा दोनों ने बल्ले और गेंद दोनों ने कमाल दिखाया. पहली पारी में अश्विन ने 34 और जडेजा ने नाबाद 60 रन बनाए. वहीं अश्विन ने 98 रन पर दो विकेट और जडेजा ने 70 रन पर दो विकेट लिए थे. दूसरी पारी में अश्विन ने 73 और जडेजा ने 78 रन देकर 4-4 विकेट लिए थे.