टेस्ट क्रिकेट में कदम रखने से पहले ही पृथ्वी शॉ की बल्लेबाजी कर चर्चा होने लगी थी और हर किसी को उनके डेब्यू मैच का ही इंतजार था. वेस्टइंडीज के खिलाफ राजकोट में अपने डेब्यू मैच में जब से शॉ ने शतक जड़ा, उनमें हर किसी को भविष्य के दिग्गज खिलाड़ी की झलक दिखने लगी है. कोई उन्हें दूसरा सचिन तेंदुलकर मान रहा है तो कुछ को उनमें वीरेन्द्र सहवाग दिख रहा है, लेकिन भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री को तो उनमें एक साथ तीन दिग्गज दिख रहे हैं. शास्त्री की माने तो 18 साल के शॉ जब बल्लेबाजी करते हैं तो उन्हें थोड़ी सचिन और थोड़ी सहवाग की झलक देखने को मिलती है, वहीं वह चलता है तो उसमें लारा की भी झलक देखने को मिलती है. शास्त्री ने कहा कि शॉ का जन्म सिर्फ क्रिकेट के लिए ही हुआ है. हर किसी को उसका खेल शानदार लगता है.
अगर वह खुद को एकाग्र रखते हुए खेल पर ध्यान देता है तो उसका भविष्य उज्जवल है. गौरतलब है कि शॉ ने अपने डेब्यू टेस्ट मैच में शतक लगाने के बाद दूसरे टेस्ट की पहली पारी में 70 रन और दूसरी पारी में नाबाद 33 रन बनाकर मैन ऑफ द सीरीज रहे.शास्त्री ने उमेश यादव के लिए कहा कि पिछले चार मैचों में बेंच पर बैठने के बाद जब उमेश यादव को मौका मिला तो उन्होंने इसका फायदा उठाया और एक ही टेस्ट मैच में 10 विकेट ले लिए. हालांकि शास्त्री ने केएल राहुल का बचाव करते हुए कहा कि वह विश्वस्तरीय खिलाड़ी है कभी कभार वह जरूरत से कोशिश करने लगते हैं.
एजेंसी इनपुट के साथ