दो टेस्ट मैचों की सीरीज में करारी हार झेलने के बाद वेस्टइंडीज की टीम ने वनडे सीरीज के पहले तीन मुकाबलों में टीम इंडिया को जिस तरह की टक्कर दी थी उससे लगा था कि यह टीम भारत को आसानी से वनडे सीरीज जीतने नहीं देगी. लेकिन इस सीरीज के आखिरी दो मुकाबलों जिस तरह भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज को नेस्तनाबूद किया उसने टेस्ट सीरीज की यादें ताजा कर दी.
टॉस हारने के बाद भारतीय टीम जब 105 रन के मामूली स्कोर का पीछा करने उतरी तो सवाल यह नहीं था कि भारत को जीत कैसे हासिल होगी बल्कि सवाल यह था कि इनिंग ब्रेक के ऑफिशियल वक्त यानी शाम पांच बजे से पहले तक टीम इंडिया जीत हासिल कर लेगी या नहीं.
भारतीय टीम ने इस चैलेंज को बखूबी कबूला ओर रोहित शर्मा की धमाकेदार बल्लेबाजी की बदौलत महज 14.4 ओवर्स में ही टारगेट हासिल करके सीरीज पर 3-1 से कब्जा कर लिया. भारत से सलामी बल्लेबाज शिखर धवन एक बार फिर से नाकाम रहे और दूसरे ही ओवर में महज 6 रन बनाकर पैवेलियन लैट गए. विराट कोहली का भी एक आसान सा कैच कप्तान होल्डर ने स्लिप में ड्रॉप कर दिया. इस पूर मुकाबले में बस यही दो बॉल्स थीं जिसमें कैरेबियाई टीम की तारीफ की जा सकती है. अपना खाता खोलने के लिए 11 गेदों का इंतजार करने वाले रोहित शर्मा ने इसके बाद कैरेबियाई गेंदबाजों को कोई मौका ही नहीं दिया.
56 गेदों पर अपनी 63 रन की पारी में रोहित ने चार छक्के और पांच चौके जड़े तो वहीं उनके साथी कप्तान कोहली ने 29 गेदों पर 33 रन की पारी में छह चौके लगाए.
वेस्टइंडीज का शर्मनाक रिकॉर्ड
इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का चौंकाने वाला फैसला करने वाली वेस्टइंडीज की टीम भारत के खिलाफ वनडे क्रिकेट में अपने न्यूनतम स्कोर पर आउट हो गई. भुवनेश्वर-बुमराह के शुरूआती झटकों के बाद फिरकी गेंदबाज रवींद्र जडेजा का सामने कैरेबियाई बल्लेबाज पूरी तरह नतमस्त हो गए.
जडेजा ने 9.5 ओवर में 34 रन देकर चार विकेट्स झटके. बुमराह और खलील अहमद को दो-दो विकेट्स हासिल हुए. जडेजा को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए मैन ऑप द मैच के खिताब से नवाजा गया.
इस सीरीज में भारत के लिए कप्तान कोहली का बल्ले से जमकर रन बरसे. कोहली ने पांच मैचों में 151 की जोरदार औसत से 453 रन बने जिसमें तीन शतक शामिल हैं. वही रोहित शर्मा ने दो शतकों के साथ 129.66 की औसत से 389 रन बनाए. विराट कोहली को उनकी शानदार बललेबाजी के लिए मैन ऑफ द सीरीज चुना गया. यह छठा मौका है जब उन्हें यह खिताब हासिल हुआ है. अब वह सौरव गांगुली की बराबरी पर आ गए हैं. विराट से आगे भारत के लिए सात मैन ऑफ द सीरीज हासिल करने वाले युवराज सिंह और 14 बार यह रुतबा हासिल करने वाले सचिन तेंदुलकर ही हैं.