गॉल में बुधवार को शुरू हुए पहले टेस्ट भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. टीम इंडिया की सलामी जोड़ी मैदान पर उतरी. टीम इंडिया की यह वो सलामी जोड़ी नहीं थी जो इससे पहले मैच टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उतरी थी. मुरली विजय के चोटिल होने और केएल राहुल के बीमार होने के चलते शिखर धवन और अभिनव मुंकुंद को भारत पारी की शुरूआत करने का मौका मिला था. उम्मीद थी कि यह दोनों ही बल्लेबाज किस्मत से मिले इस मौके को जाया नहीं करेंगे.
शिखर धवन ने तो 190 रन की बेहतरीन पारी खेलकर इस मौके को दोनों हाथों से भुना लिया लिया लेकिन अभिनव मुकुंद एक बार फिर से नाकाम रहे. टीम इंडिया का स्कोर जब महज 27 रन ही था तब मुकुंद अपने 12 रन के निजी स्कोर पर पैवेलियन वापस लौट गए.
पिछली पांच टेस्ट पारियों की तरह मुकुंद इस बार भी 20 रन का आंकड़ा छूने में नाकाम रहे. धवन के बाद चेतेश्वर पुजारा ने भी शतक जड़ा और टीम इंडिया ने पहले दिन तीन विकेट के नुकसान पर 399 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया. लेकिन मुकुंद की नाकामी का सिलसिला बरकरार रहा.
27 साल के मुकुंद की इस लगातार नाकामी से उनके करियर पर सवाल खड़ा हो रहा है. गॉल में शुरूआत में ही सस्ते में आउट होने के बाद ट्विटर पर मुकुंद को काफी ट्रोल किया गया. और लोगों ने टीम में उनकी मौजूदगी पर ही सवाल खड़े किए.
दरअसल मुकुंद को सबसे पहले साल 2001 में वेस्टइंडीज के दौरे पर मौका मिला था. जहां वेस्ट इंडीज के खिलाफ अपने पहले टेस्ट में उन्होंने 11 और 25 रन की इनिंग खेली थी. इसके बाद उन्हें लगातार 5 टेस्ट में मौका मिला, जिसमें वो 10 पारियों में एक हाफ सेंचुरी के साथ सिर्फ 211 रन बना सके. इसके बाद मुकुंद को इसी साल मार्च में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में फिर मौका दिया गया था, लेकिन वो 6 साल बाद टेस्ट में वापसी के इस मौके को भुना नहीं सके और पहली ही पारी में शून्य पर आउट हो गए थे.
और अब श्रीलंका में भी पहले टेस्ट की पहली पारी में मुकुंद की नाकामी उनकी काबिलीयत पर सवाल खड़े कर रही है.