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टीम इंडिया में सिद्धार्थ कौल को लाने के पीछे क्या है चयनकर्ताओं की सोच

इसका मतलब है कि चयनकर्ता तेज गेंदबाजों के पूल को बढ़ाना चाहते हैं

Vedam Jaishankar

पंजाब के तेज गेंदबाज सिद्धार्थ कौल का वनडे टीम में चुना जाना खास संकेत देता है. इसका मतलब है कि चयनकर्ता तेज गेंदबाजों के पूल को बढ़ाना चाहते हैं. इसका मतलब यह भी हो सकता है कि चयनकर्ताओं को भरोसा नहीं है कि अभी का पूल दक्षिण अफ्रीका के दौरे और उसके बाद बरकरार रहेगा. इसीलिए वे ऐसे गेंदबाज को आजमाना चाहते हैं, जो जरूरत होने पर जगह भर सके.

कौल एक दिलचस्प नाम है. आमतौर पर आप किसी को आजमाने के लिए चुनते हैं, तो वो युवा होता है. ऐसा खिलाड़ी, जो सीनियर्स के साथ रहकर सीखता है. दूसरी तरफ कौल हैं, जो बहुत युवा नहीं हैं. मीडियम पेसर हैं. वे विराट कोहली की कप्तानी में अंडर-19 वर्ल्ड कप खेले हैं. यह बात 2008 की है. उनमें खासा अनुभव है. वे जरूरत पड़ने पर शॉर्ट टर्म विकल्प हो सकते हैं.


27 वर्षीय पंजाब के इस मीडियम पेसर ने 50 फर्स्ट क्लास मैच अपने दस साल के करियर में खेले हैं. इस लिहाज से वो कतई अनुभवहीन नहीं कहे जा सकते. हाल ही में उन्होंने न्यूजीलैंड ए के खिलाफ भारत ए की नुमाइंदगी की. इससे पहले दक्षिण अफ्रीका में खेले. दोनों बार, उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया. इस लिहाज से वो तेज गेंदबाजों के पूल में खुद को लिए जाने के हकदार नजर आते हैं.

कौल अच्छी लाइन-लेंथ से गेंदबाजी करते हैं. वे गेंद को मूव करा सकते हैं. क्रिकेटर परिवार से हैं. ऐसे में माना जा सकता है कि उन्हें खेल की अच्छी समझ होगी. वो उस तरह के खिलाड़ी हो सकते हैं, जो जरूरत पड़ने पर बगैर ज्यादा वक्त लिए टीम में फिट हो जाएं. लंका के खिलाफ वनडे यह साबित करेगा कि वे इंटरेशनल क्रिकेट में खुद को कैसे ढालते हैं.

चयनकर्ता केरल के बेसिल थंपी को भी चुन सकते थे. वो 24 साल के हैं और काफी तेज रफ्तार उनके पास है. पिछले आईपीएल में उन्होंने खुद को साबित किया था. उनके पास पैर का अंगूठा तोड़ने लायक यॉर्कर और क्रिस गेल, रोहित शर्मा या काइरन पोलार्ड जैसे खिलाड़ियों को अचकचा देने वाली धीमी गेंद है. थंपी ने भी भारत ए टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन किया था. संभव है कि उन्हें जल्दी ही मौका मिले.

भारत को तीन वनडे धर्मशाला, मोहाली और विशाखापत्तनम में खेलने हैं. इन जगहों पर कौल, भुवनेश्वर और जसप्रीत बुमराह जैसे स्विंग गेंदबाजों को मदद मिलेगी. सर्दी का मौसम है. ऐसे मे उत्तर भारत की दो जगहों पर मैच इन गेंदबाजों के लिए मदद लाएंगे.