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भारत-श्रीलंका, दूसरा टेस्ट : चौथे दिन ही पारी से चित श्रीलंका

टेस्ट क्रिकेट में अपनी सबसे बड़ी जीत के रिकॉर्ड की बराबरी की टीम इंडिया ने

FP Staff

इस जीत की पटकथा तो भारतीय क्रिकेट टीम ने पहले दिन ही श्रीलंका को 205 रन पर ढेर कर लिख दी थी. लेकिन यह जीत उसे महज साढ़े तीन दिन में नसीब हो जाएगी, इसका अंदाजा तो उसे भी नहीं रहा होगा. भारतीय टीम ने मैच शुरू होने के साथ श्रीलंका पर जो दबदबा बनाया था उसे उसने मैच खत्म होने तक ढीला नहीं पड़ने दिया. इसका नतीजा यह रहा कि भारत ने सोमवार को नागपुर में श्रीलंका को दूसरे टेस्ट मैच में  पारी और 239 रन से रौंद कर सीरीज में 1- 0 से बढ़त बना ली. कोलकाता में खेला गया बारिश से बाधित पहला टेस्ट ड्रॉ रहा था. सीरीज का तीसरा और अंतिम टेस्ट दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में दो दिसंबर से खेला जाएगा.

ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने लाहिरू गमागे को आउट करके श्रीलंकाई पारी का अंत किया. श्रीलंका ने दूसरी पारी में 166 रन बनाए. जीत के बाद मेजबान टीम ने कोई जश्न नहीं मनाया और खिलाड़ियों ने बस अश्विन को हाथ मिलाकर बधाई दी. श्रीलंका के लिए सिर्फ कप्तान दिनेश चंडीमल ( 61 ) कुछ देर टिक सके. बाकी बल्लेबाजों में वह माद्दा नजर ही नहीं आया जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के लिए जरूरी होता है. श्रीलंका को इस हार की टीस लंबे समय तक महसूस होगी, क्योंकि चंद बरस पहले तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वह शीर्ष टीमों में शुमार की जाती रही है.


अश्विन ने दूसरी पारी में 63 रन देकर चार विकेट लिए, जबकि मैच में 130 रन देकर आठ विकेट झटके. इशांत शर्मा ने 43 रन देकर दो विकेट लिए, जबकि रवींद्र जडेजा ने 28 रन देकर दो विकेट चटकाए. उमेश यादव को भी दो विकेट मिले और वह टेस्ट क्रिकेट में 100 विकेट पूरे करने से अब सिर्फ एक विकेट दूर हैं. अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेजी से 300 विकेट पूरे करने का डेनिस लिली का रिकॉर्ड तोड़ा. लिली ने 56 मैचों में यह कमाल किया था, जबकि अश्विन का यह 54वां टेस्ट है.

शानदार फॉर्म में चल रही भारतीय ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी सबसे बड़ी जीत के रिकॉर्ड की बराबरी की. भारत ने इससे पहले 2007 में मीरपुर में बांग्लादेश को पारी और 239 रन से हराया था. जब राहुल द्रविड़ टीम के कप्तान थे.

दिमुथ करूणारत्ने (18) का विकेट सबसे पहले गिरा जो जडेजा को फ्लिक करने के प्रयास में शॉर्ट लेग पर मुरली विजय को कैच दे बैठे. विजय का यह कैच इतना दर्शनीय था कि करूणारत्ने ठगे से खड़े रह गए. लाहिरू तिरिमाने (23) ने उमेश यादव की बाहर जाती गेंद से छेड़खानी की और प्वाइंट पर जडेजा को कैच दे बैठे. यह हैरान करने वाला शॉट था, क्योंकि गेंद इतनी बाहर जा रही थी कि उसे छोड़ा जा सकता था.

पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज (10) से जिम्मेदारी भरी पारी की उम्मीद थी, लेकिन वह भी गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर अपना विकेट गंवा बैठे. लांग ऑन पर जडेजा को छक्का लगाने के बाद उन्होंने लांग ऑफ पर यही शॉट खेलने की कोशिश की, लेकिन मिड ऑफ में रोहित शर्मा को कैच दे बैठे. पूर्व कप्तान की खराब फॉर्म को लेकर टीम में उनकी जगह पर सवाल उठने लगे हैं. श्रीलंकाई क्रिकेट को मैथ्यूज से महेला जयवर्धने और कुमार संगकारा के संन्यास के बाद उम्दा प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन पिछले दो साल में वह बुरी तरह नाकाम रहे हैं.

निरोशन डिकवेला (04) इशांत की गेंद पर तीसरी स्लिप में विराट कोहली को कैच देकर लौटे. दूसरी ओर शनाका ने अश्विन को एक चौका और एक छक्का जड़ा, लेकिन उन्हीं की गेंद पर लांग ऑन में केएल राहुल को कैच देकर पवेलियन लौटे. दिलरूवान परेरा और रंगाना हेराथ को आउट करके अश्विन ने 299 टेस्ट विकेट पूरे कर लिए. इसके बाद गमागे को आउट करके विश्व रिकॉर्ड बनाया और भारत की जीत के भी सूत्रधार बने.

(एजेंसी इनपुट के साथ)