भारतीय टीम के नए नवेले सनसनीखेज बल्लेबाज हार्दिक पांड्या ने पल्लेकले टेस्ट के दूसरे दिन शानदार हिटिंग की और दर्शकों को रोमांचित कर दिया. उन्होंने इस दौरान अपना टेस्ट शतक महज 86 गेंदों में बनाया. गौर करें कि यह उनके करियर का तीसरा टेस्ट मैच था.
हार्दिक के पिता हिमांशु पांड्या अपने बेटे को शतक लगाता हुआ देखकर बिल्कुल आश्चर्यचकित हो गए, क्योंकि यह टेस्ट क्रिकेट में बहुत जल्दी है. जब हार्दिक बल्लेबाजी करने को आए थे तब टीम की हालत कोई बहुत बढ़िया नहीं थी क्योंकि टीम इंडिया 322 रनों पर अपने 6 विकेट गंवा चुकी थी. पांड्या के लिए यह बिल्कुल भिन्न परिस्थिति थी क्योंकि इसके पहले दो टेस्ट में जब पांड्या बल्लेबाजी को आए थे तब भारतीय टीम मजबूत स्थिति में थी.
हालांकि, वह ठोस मानसिक संतुलन को बनाए रखते हुए अपनी काबिलियत के मुताबिक खेले. शुरू में वह धीरे-धीरे आगे बढ़ते चले गए. अर्धशतक को पूरा करने के बाद उन्होंने श्रीलंकाई गेंदबाजों की बखिया उधेड़ दी. खासतौर पर उन्होंने स्पिनर्स की गेंदों पर खूब हवाई स्ट्रोक खेले. उन्होंने अपना पहला टेस्ट शतक महज 86 गेंदों में लगा दिया. जो नंबर 8 पर बल्लेबाजी करने वाले किसी भी बल्लेबाज के द्वारा लगाया गया सबसे तेज शतक है
हार्दिक पांड्या के पिता हिमांशु ने अपने बेटे से टेस्ट करियर में इतनी जल्दी शतक की आशा नहीं की थी. मिड-डे के हवाले से सीनियर पांड्या ने कहा, 'मैंने उसके करियर में इतनी जल्दी शतक की आशा नहीं की थी, लेकिन मैं उसकी बेहतरीन बल्लेबाजी को लेकर विश्वस्त हूं क्योंकि वह हर दिन के साथ निखर रहा है.
पांड्या के पिता ने गर्व से कहा, 'मैं परिवार के अन्य लोगों के साथ टीवी पर मैच का आनंद ले रहा था, लेकिन हमने उम्मीद नहीं की थी कि वह टी20 अंदाज में शतक पूरा करेगा. जिस अंदाज में वह अर्धशतक लगाने के बाद खेला वह बेहतरीन था. हमने उसके शतक का आनंद लिया.
23 साल के हार्दिक पांड्या पहले से ही सीमित ओवर क्रिकेट में अपना जलवा बिखेर चुके हैं. साल 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू करने के साथ उन्हें टीम इंडिया का मुख्य खिलाड़ी माना जाता है. हार्दिक ने चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान के खिलाफ धमाकेदार पारी खेली थी जिसे आजतक कोई नहीं भूला है उन्होंने इस मैच में शानदार हिटिंग की थी. हार्दिक के पिता ने कहा, 'जिस तरह से हार्दिक आज खेले अगर पाकिस्तान के खिलाफ भी चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में ऐसा खेले होते तो हम पाकिस्तान को हराते हुए टूर्नामेंट जीत लेते.