भारत के इस साउथ अफ्रीकी दौरे पर दोनों टीमों के बीच टेस्ट सीरीज के बाद जो सबसे बड़ा फर्क रहा है वो है भारत के फिरकी गेंदबाज. युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की जुगलबंदी अफ्रीकी बल्लेबाजों पर वनडे सीरीज में इतनी भारी पड़ी कि मेजबान टीम को भारत के खिलाफ पहली बार अपनी धरती पर सीरीज हार से रूबरू होना पड़ा.
वनडे सीरीज के बाद टी20 सीरीज में युजवेंद्र चहल को भारत के प्लेइंग इलेवन में जगह मिली. सेंचुरियन में खेले गए दूसरे टी20 मुकाबले में मेजबान टीम के बल्लेबाजों और खासतौर से क्लासन ने युवेंद्र चहल को इस कदर निशाना बनाया कि उनके नाम ऐसा शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज हो गया जिसे वह कभी भी याद रखना नहीं चाहेंगे.
इस मुकाबले में मेजबान बल्लेबाजों ने चहल के कोटे के चार ओवरों में 64 रन बटोरे और उन्हें एक बी विकेट हासिल नहीं करने दिया. चहल का यह रिकॉर्ड टी20 के इतिहास में भारत के किसी भी गेंदबाज के लिए सबसे खर्चीला रिकॉर्ड है. इससे पहले कोई भी किसी भी भारतीय गेंदबाज की ऐसे पिटाई नहीं की गई.
इससे पहले यह रिकॉर्ड गेंदबाज जोगिंदर शर्मा के नाम पर था जिन्होंने 2007 में डरबन में इंग्लैंड के खिलाफ 57 रन दिए थे. यही नहीं चहल ने सबसे ज्यादा छक्के खाने का रिकॉर्ड मनें बनाया. चहल के स्पेल में सात छक्के लगे जिनमें से छह तो क्लासन ने लगाए. वह टी20 में सबसे ज्यादा छक्के खाने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं.
दिलचस्प बात यह है कि टी20 में सबसे बेहतरीन गेंदबाजी करने का रिकॉर्ड भी चहल के ही नाम है.
पिछले साल चहल ने इंग्लैंड के खिलाफ 25 रन देकर छह विकेट हासिल किए थे. टी20 में उनके के अलावा कोई भारतीय गेंदबाज अब तक छह विकेट नहीं ले पाया है. टी20 में अब तक तीन गेंदबाजों ने ही छह विकेट लेने का कारनामा किया है. चहल के अलावा श्रीलंका के अजंता मेंडिस दो बार छह विकेट हासिल कर चुके है.