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भारत-साउथ अफ्रीका, पहला वनडे: कोहली का कमाल, डरबन में टीम इंडिया ने रचा इतिहास

अजिंक्य रहाणे ने 79 रन बनाकर कप्तान के साथ की रिकॉर्ड पार्टनरशिप, टीम इंडिया ने हासिल की छह विकेट से जोरदार जीत, सीरीज में 1-0 से आगे हुई टीम इंडिया

Sumit Kumar Dubey

साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले दो मैच गंवाकर टेस्ट सीरीज हारी टीम इंडिया ने तीसरे टेस्ट में जीत का जो जज्बा दिखाया था वह वन डे सीरीज में भी बरकरार है. डरबन में खेले गए छह वनडे मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में भारत ने मेजबान टीम को छह विकेट से मात देकर सीरीज का धमाकेदार आगाज कर दिया है.

साल 1992 से साउथ अफ्रीका का दौरा कर रही टीम इंडिया ने इससे पहले डरबन के मैदान पर पिछले सात वनडे मुकाबलों में मेजबान टीम के खिलाफ जीत हासिल नहीं की थी लेकिन गुरुवार को कप्तान कोहली के जोरदार शतक और टीम इंडिया के ओवरऑल बेहतरीन परफॉरेमेंस के सामने साउथ अफ्रीका की टीम चारों खाने चित्त हो गई.


किंग्समीड के मैदान पर जीत के लिए टीम इंडिया को मिला 270 रन का टारगेट उतना आसान नहीं था जितना कप्तान कोहली और अजिंक्य रहाणे ने उसे बना दिया.

33 रन के स्कोर रोहित शर्मा ( 20 रन) और 67 रन के स्कोर पर शिखर धवन (35 रन) का विकेट गिरने के बाद एक वक्त टीम इंडिया मुश्किल में पड़ती दिख रही थी लेकिन उसके बाद अजिंक्य रहाणे ने अपने कप्तान के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 189 रन की पार्टनरशिप करके इस मैच को मेजबान टीम के हाथों से छीन लिया.

भारत के लिए साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरे विकेट की यह सबसे बड़ी साझेदारी है.

साउथ अफ्रीका का धरती पर कोहली का पहला वनडे शतक

इस मैचमें कप्तान कोहली ने अपने वनडे करियर का 33 वां शतक जड़ा. इस शतक के साथ ही विराट नौ देशों में वनडे शतक लगाने वाले खिलाड़ी भी बन गए. विराट कोहली की यह बेहतरीन पारी टीम इंडिया को जीत नहीं दिला सकती थी अगर उन्हें अजिंक्य रहाणे का साथ नहीं मिला होता.

पहले दो टेस्ट से बाहर बैठे रहाणे ने तीसरे टेस्ट में जो दमदार खेल दिखाया था उसका सिलसिला डरबन वनडे में भी जारी रहा. 79 रन पर आउट होने से पहले रहाणे अपने कप्तान के साथ टीम इंडिया को जीत के दरवाजे पर पहुंचा चुके थे. इस पारी के साथ ही रहाणे ने यह भी साबित कर दिया के टेस्ट सीरीज के पहले दो मुकाबलों से उन्हें बाहर रखने का फैसला कितना गलत था. रहाणे की इस पारी से टीम इंडिया में नंबर चार की पोजिशन पर बल्लेबाजी का सवाल भी अब खामोश हो गया है.

रहाणे के जाने के बाद कप्तान कोहली भी 119 गेंदों पर 112 रन बनाकर आउट हो गए लेकिन तब तक भारत की जीत महज एक औपचारिकता ही रह गई थी. एमएस धोनी ने कैगिसो रबाडा की गेंद पर चौका जड़कर भारत को यह ऐतिहासिक जीत दिला दी.

कुलदीप-चहल की जोड़ी ने किया कमाल

इससे पहले साउथ अफ्रीका की पारी में भारत की फिरकी जोड़ी कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल का जलवा देखने को मिला. मेजबान टीम के पांच बल्लेबाजों को पैवेलियन लौटा कर कलाई के इन  गेंदबाजों ने साबित कर दिया कि उनकी फिरकी का जादू भारतीय सबकॉन्टिनेंट के बाहर भी चलता है. कुलदीप ने तीन और चहल ने दो विकट झटके.

काम नही आया ड्यू प्लेसी का शतक

साउथ अफ्रीका की पारी की खासियत उनके कप्तान फाफ ड्यू प्लेसी का शतक रहा. उन्होंने पहले क्विंटन डिकॉक फिर क्रिस मौरिस और फिर फेहलुकवायो के साथ अर्द्धशतकीय साझेदारियां करके अपनी टीम के टोटल को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया.

ड्यू प्लेसी 112 गेदों पर 120 रन बनाकर सातवें बल्लेबाज के तौर पर आउट हुए. साउथ अफ्रीका का धरती पर यह पहला मौका था जब दोनों टीमों के कप्तानों ने शतक जड़ा.

इस जीत के साथ ही आईसीसी की वनडे रैंकिंग में भारत के पॉइंट साउथ अफ्रीका से ज्यादा हो गए है और टेक्नीकली टीम इंडिया नंबर वन टीम बन गई है. हालांकि फाइनल रैंकिंग सीरीज के बाद जारी होगी. सीरीज का दूसरा मुकाबला चार फरवरी को सेंचुरियन में खेला जाएगा.