केपटाउन में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले ज रहे पहले टेस्ट में टीम इंडिया ने एक ओर जहां मेजबान टीम को दूसरी पारी में सस्ते में समेट कर बड़ा टारगेट देने के मेजबान टीम के इरादों पर पानी फेर दिया. इस मैच में भारत के विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा धोनी का रिकॉर्ड तोड़ कर भारत के लिए एक टेस्ट में सबसे ज्यादा शिकार करने वाले विकेटकीपर बन
केपटाउन में एक ओर जहां टीम इंडिया के गेंदबाज मेजबान टीम के बल्लेबाजों की कड़ी परीक्षा ले रहे थे वहीं दूसरी ओर विकेट के पीछे ऋद्धिमान साहा अपनी मुस्तैदी का परिचय देते हुए कैच लपक रहे थे. साहा के दस्तानों में समाता हुए साउथ अफ्रीका के बल्लेबाजों का एक-एक कैच रिकॉर्ड बनाता जा रहा था और जब साउथ अफ्रीका की दूसरी पारी खत्म हुई तो इस मैच में साहा के नाम 10 कैच दर्ज हो चुके थे.
साउथ अफ्रीका की दूसरी पारी में साहा ने जब भुवनेश्वर की गेंद पर जब मोर्ने मोर्केल का कैच लपका तो वह भारत के लिए एक टेस्ट मैच में सबसे ज्यादा शिकार बनाने वाले विकेट कीपर बन गए.
इससे पहले यह रिकॉर्ड एमएस धोनी के नाम था. धोनी ने साल 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में एक स्टंपिंग और आठ कैच के साथ कुल नौ शिकार किए थे.
हालांकि साहा इस मैच में बतौर विकेटकीपर सबसे ज्यादा शिकार करने की वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी करने से बस एक कदम पीछे रह गए. विकेट के पीछे सबसे ज्यादा शिकार करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड साउथ अफ्रीका के एबी डिविलियर्स और इंग्लैंड के पूर्व विकेटकीपर जैक रसैल के नाम है. डि विलीयर्स ने पाकिस्तान के खिलाफ 2013 में जोहानसबर्ग में और रसैल ने 1995 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 1995 में जोहानसबर्ग में ही विकेट के पीछे 11 कैच लपकने का रिकॉर्ड बनाया था.