इस सीजन में एकतरफा जीत दर्ज करने वाली भारतीय टीम रविवार से शुरू हो रही तीन मैचों की वनडे सीरीज के लिए न्यूजीलैंड के खिलाफ उतरेगी तो मौजूदा फार्म के आधार पर उसका पलड़ा भारी होगा.
विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हराने के बाद भारत के हौसले बुलंद है. न्यूजीलैंड को शानदार फार्म में चल रही मेजबान टीम को हराने के लिये अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा.
भारत का बल्लेबाजी और गेंदबाजी संयोजन संतुलित है और सभी खिलाड़ियों ने जीत में योगदान दिया है. एक इकाई के रूप में विराट कोहली की टीम का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है.
तीन साल पहले भारत को इस मैदान पर दक्षिण अफ्रीका ने हराया था लेकिन उसके बाद से भारत ने अपनी सरजमीं पर लगातार तीन सीरीज जीती है. अपराजेय होती जा रही भारतीय टीम ने जीत का ऐसा तिलिस्म अपने इर्द गिर्द बना लिया है जिसे तोड़ना आसान नहीं लग रहा.
ऑस्ट्रेलिया से 2009-10 में हारने के बाद भारत 16 द्विपक्षीय मैचों में सिर्फ पाकिस्तान (2012 ) और दक्षिण अफ्रीका से हारा है.
ऑस्ट्रेलिया पर उसने 4 -1 से जीत दर्ज की जबकि कप्तान विराट कोहली सर्वश्रेष्ठ फार्म में नहीं थे और सलामी बल्लेबाज शिखर धवन भी टीम से बाहर थे. उपकप्तान रोहित शर्मा ने 296 रन बनाए जिसमें एक शतक और दो अर्धशतक शामिल थे. अजिंक्य रहाणे ने चार अर्धशतक समेत 244 रन जोड़े, वहीं हरफनमौला हार्दिक पांड्या ने 222 रन बनाए. महेंद्र सिंह धोनी ने भी उम्दा बल्लेबाजी की.
यदि भारतीय टीम ने यही लय कायम रखी तो न्यूजीलैंड को वानखेड़े की पिच पर हराना मुश्किल नहीं होगा. बल्लेबाजों की ऐशगाह मानी जाने वाली इस पिच पर खूब रन बनने की उम्मीद है.
चाइनामैन कुलदीप यादव और लेग स्पिनर यजुवेंद्र चहल की अगुवाई में नए स्पिन आक्रमण ने अच्छा प्रदर्शन किया है. इन दोनों का साथ देने के लिए बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल भी हैं. तेज गेंदबाजी का मोर्चा भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह संभालेंगे.