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Ind vs NZ 2nd ODI at Mount Maunganui: गणतंत्र दिवस पर पहली बार जीती टीम इंडिया, न्यूजीलैंड पर हासिल की बड़ी फतह

भारत ने न्यूजीलैंड को 90 रनों के अंतर से मात दी. न्यूजीलैंड में वनडे क्रिकेट में भारत की यह सबसे बड़ी जीत है

Kiran Singh

विराट कोहली की अगुआई वाली टीम इंडिया ने शनिवार को देश को गणतंत्र दिवस जीत का तोहफा दिया. भारत ने मेजबान न्यूजीलैंड को दूसरे वनडे में हराकर सीरीज में 2-0 की बढ़त हासिल कर ली है. ऐसा पहली बार हुआ है जब टीम इंडिया ने 26 जनवरी को खेले गए मुकाबले को जीता है. भारत ने कीवी टीम को 90 रनों से मात दी.जो रनों के लिहाज से न्यूजीलैंड में भारत की सबसे बड़ी जीत हैं.

टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने चार विकेट गंवाकर 324 रन बनाए, जिसके जवाब में न्यूजीलैंड 234 रन पर ही सिमट गई. 87 रन की बड़ी पारी खेलने वाले रोहित शर्मा मैन ऑफ द मैच रहे.


फिर चला 'कुल्चा' जादू

नेपियर वनडे की तरह दूसरे वनडे में भी कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की जोड़ी का जादू चला. पहले तो बल्लेबाजों ने जीत की राह तय कर दी थी, इसके बाद गेंदबाजों ने टीम को बड़ी जीत दिला दी. कुलदीप यादव ने 4 और चहल ने दो विकेट लिए. जबकि भुवनेश्वर कुमार दो और मोहम्मद शमी और केदार जाधव को एक एक सफलता मिली. एक बार मेजबान बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजी को समझ नहीं पाए. शीर्ष बल्लेबाजी क्रम उनके जाल में फंस गया.

भुवनेश्वर कुमार ने मार्टिन गप्टिल को चहल के हाथों कैच करवाकर मेजबान को पहला झटका दिया. इसके बाद 51 रन पर कप्तान केन विलियमसन शमी की गेंद पर बोल्ड हो गए. दो झटके लगने के बाद तो पूरी टीम ही बिखर गई. 84 रन पर चहल ने मुनरो को बोल्ड किया और 100 रन पर जाधव ने टेलर को स्टंप आउट करवाया. हालांकि इसके बाद लाथम और निकोल्स ने साझेदारी की दबाव कम करने की कोशिश की थी,लेकिन 136 रन पर कुलदीप ने लाथम को एलबीडब्ल्यू करके इस साझेदारी को तोड़ा. इसके तुरंत बाद ग्रैंडहोम भी कुलदीप का शिकार बन गए.

ब्रेसवेल ने संभालने की कोशिश की

166 रन पर चाइनामैन में दो झटके मेजबान को दे दिए. पहले हेनरी निकोल्स के रूप में उम्मीद तोड़ी और फिर उनके बाद ईश सोढ़ी को बोल्ड किया. हालांकि 166 रन पर आठ विकेट गिरने के बाद ब्रेसवेल ने फर्ग्यूसन के साथ मिलकर एक बेहतरीन पारी खेली और अपना मेडन वनडे अर्धशतक जड़ा. लेकिन 224 रन पर ब्रेसवेल के रूप में टीम को नवां और बड़ा झटका भुवनेश्वर कुमार ने दिया. इसके बाद बोल्ट के कुछ अच्छे शॉट खेले, लेकिन दूसरे छोर पर फर्ग्यूसन अपना विकेट गंवा बैठे और 234 रन पर मेजबान की पारी सिमट गई.

जीवनदान के बाद आक्रामक हुए रोहित

मैच की पहली ही गेंद पर मेजबान की खराब फील्डिंग सजावट के कारण भारत के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा को जीवदान मिल गया, जिसका फायदा उन्होंने भरपूर उठाते हुए शिखर धवन के साथ 154 रन की बड़ी खेली. बोल्ट की गेंद पर रोहित ने स्लिप की ओर कैच दे दिया था, जिस पर विकेटकीपर में डाइव लगाकर पकड़ना चाहा, लेकिन गेंद उनसे दूर रह गई थी. वहीं कीवी टीम ने पहले स्लिप पर कोई फील्डर नहीं रखा था, जिस वजह से रोहित बच गए. इसके बाद उन्होंने धवन 66 के साथ मिलकर 157 रन की साझेदारी की. भारत को पहला झटका 157 रन पर बोल्ट ने धवन को लाथम के हाथों कैच करवाकर दिया. इसके बाद रोहित ने कप्तान कोहली के साथ साझेदारी करने की कोशिश की, लेकिन सिर्फ 18 रन की ही कर सके.172 रन पर रोहित के रूप में भारत को दूसरा झटका लगा. रोहित 87 रन पर फर्ग्यूसन की गेंद पर ग्रैंडहोम को कैच थमा बैठे और इसी के साथ वह अपने शतक से भी चूक गए.

लगातार तीसरी बार अर्धशतक से चूके कोहली

चूकने के मामले में सिर्फ रोहित ही नहीं है, कप्तान कोहली भी है. जो एक बार फिर अपने अर्धशतक से चूक गए. रोहित के पवेलियन लौटने पर कोहली ने अंबाती रायुडू के साथ मिलकर 64 रन की साझेदारी की, लेकिन अपना अर्धशतक पूरा नहीं कर पाए. कोहली 43 रन बनाकर बोल्ट का शिकार बने. पहले वनडे में भारतीय कप्तान 45 रन पर आउट हुए थे और उससे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी वनडे में 46 रन पर आउट हो गए है. कोहली के पवेलियन लौटने पर रायुडू को धोनी का साथ मिला. हालांकि इस समय भारत की पारी काफी धीमी पड़ गई थी.

आखिरी दो ओवर में बढ़ी भारत की रन गति

जिस तरह से भारत ने शुरुआत की थी, उसे देखकर अंदाजा लगया जा रहा था कि टीम 350 के करीबप पहुंचेगी. लेकिन कोहली का विकेट गिरने के बाद टीम की रन गति भी काफी धीमी पड़ थी और 300 रन तक मुश्किल से पहुंचती लग रही थी. लेकिन आखिरी के दो ओवर टीम इंडिया के लिए अहम साबित हुए. जहां 48 ओवर तक भारत का स्कोर 4 विकेट पर 289 रन था. वहीं 50 ओवर तक 324 रन हो गया. 49वां ओवर बोल्ट ने डाला. जिसमें जाधव ने चौका और धोनी ने छक्का लगाकर कुल 14 रन जोड़े और टीम को 300 रन के पार ले गए. आखिरी ओवर फर्ग्यूसन ने करवाया, जिसमें 21 रन जोड़े. जाधव ने लगातार एक चौका, फिर छक्का और उसके बाद फिर एक चौका जड़ा. जाधव के पास धोनी ने भी एक चौका जड़ा. फर्ग्यूसन का यही ओवर मेजबान का सबसे महंगा ओवर रहा.