चेज किंग के नाम से प्रख्यात भारतीय विराट कोहली के अच्छे प्रदर्शन को हमेशा टीम की जीत की गारंटी माना जाता है. हालांकि विदेशी दौरों पर यह बात सटीक बैठती नहीं दिखती है. इंग्लैंड दौरे पर भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला है. टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा 593 रन बनाने वाले विराट कोहली का ये प्रदर्शन टीम इंडिया को जीत नहीं दिला सका. भारत 4 में से 3 टेस्ट हार गया और अब ओवल में भी उसकी हार तय नजर आ रही है.
विराट कोहली के करियर में ऐसा दूसरी बार हुआ है कि उन्होंने सबसे ज्यादा रन बनाए और टीम इंडिया टेस्ट सीरीज हार गई. साल 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर विराट कोहली ने 692 रन ठोक डाले थे लेकिन टीम इंडिया ने टेस्ट सीरीज गंवा दी थी. अब इंग्लैंड दौरे पर भी कुछ ऐसा ही हुआ है. विराट के अलावा मोहिंदर अमरनाथ इकलौते भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने 2 टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाए और टीम इंडिया ने सीरीज गंवाई.
टेस्ट सीरीज में विराट कोहली ने 593 रन बनाए, वहीं उनके बाद सबसे ज्यादा रन जोस बटलर (349) ने बनाए. विराट कोहली और बटलर के बीच 244 रनों का बड़ा अंतर रहा. इससे पहले टॉप रन स्कोरर और दूसरे नंबर के बल्लेबाज के बीच इतना बड़ा अंतर साल 2001 में दिखा था. उस सीरीज में लारा ने सबसे ज्यादा 688 रन बनाए थे और श्रीलंका के हसन तिलकर्तने 403 रन बनाकर नंबर 2 पर रहे थे.
विराट कोहली को टीम इंडिया के किसी भी बल्लेबाज से अच्छा साथ नहीं मिला. विराट ने तो रन बनाए लेकिन दूसरे बल्लेबाज आयाराम-गयाराम बने रहे और नतीजा टीम इंडिया को इंग्लैंड में हार का सामना करना पड़ा.