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IND vs ENG 1st test match: इन दो 'इंग्लिश मैन' ने बदल डाला मैच का रुख, जीतते-जीतते हारी टीम इंडिया

अगर टीम इंडिया इन दो में से किसी एक को भी समय रहते रोक देती तो परिणाम शायद कुछ और होता

FP Staff

भारतीय बल्‍लेबाजों ने इंग्‍लैंड के खिलाफ पहले टेस्‍ट मैच में सभी को निराश जरूर किया, लेकिन पहले गेंदबाजों और फिर बाद में भारतीय कप्‍तान विराट कोहली टीम को लगभग जीत की चौखट तक लेकर आ ही गए थे, लेकिन टीम इंडिया उस चौखट को पार नहीं कर पाई और इसके पीछे सिर्फ दो ऐसे कारण रहे, जिसने पूरे मैच का रुख ही बदल दिया. मेजबान इंग्‍लैंड के युवा ऑलराउंडर सैम करन की बल्‍लेबाजी और बेन स्‍टोक्‍स का चौथे दिन करवाया गया वो एक ओवर, जिसने भारत की उम्‍मीदों पर पानी फेर दिया.


चौथे दिन का खेल जब भारत ने शुरू किया था, उसे जीत के लिए 84 रन की जरूरत थी और उसके हाथ में पांच विकेट बचे थे. कप्‍तान विराट कोहली 43 रन पर और दिनेश कार्तिक 18 रन पर खेल थे. खेल शुरू होने तक भारत की जीत लगभग पक्‍की लग रही थी, लेकिन आने के कुछ देर बाद ही 112 रन के स्‍कोर पर दिनेश कार्तिक एंडरसन की गेंद पर मलान को कैच थमा बैठे. हालांकि इस झटके के बाद हार्दिक पांडया कोहली का साथ देने मैदान पर आए और जिस तरह से दोनों छोर से बल्‍लेबाजी हो रही थी, उसे देखकर अंदाजा लगाया जा रहा था कि पहले सेशन में ही भारत जीत के साथ मैच खत्‍म कर देखा, लेकिन जैसे ही 47 ओवर करने बेन स्‍टोक्‍स अटैक पर आए, पूरे मैच का रुख ही बदल गया. ओवर की तीसरी गेंद पर स्‍टोक्‍स ने कोहली को  एलबीडब्ल्यू कर दिया, कोहली 51 रन बनाकर पवेलियन लौटे और इसी ओवर की आखिरी गेंद पर स्‍टोक्‍स पर मोहम्‍मद शमी को बेयरस्‍टो के हाथों आउट करवा दिया. इसके बाद तो इंग्‍लैंड और जीत के बीच हार्दिक पांड्या भारत की आखिरी उम्‍मीद बनकर खड़े थे, लेकिन स्‍टोक्‍स ने 53वें ओवर की दूसरी गेंद पर कुक के हाथों उन्‍हें आउट करवाकर भारत की दूसरी पारी को 162 रन पर समेट दिया. दूसरी पारी में बेन स्‍टोक्‍स ने 40 रन पर चार विकेट लिए.

बेन स्‍टोक्‍स के उस ओवर के ओवर से पहले सैम करन द्वारा उम्‍मीदों के विपरीत खेली गई अर्धशतकीय पारी भी भारत को भारी पड़ी. दरअसल भारत को 31 रन से हार मिली और वहीं निचले क्रम के बल्‍लेबाज करन ने दूसरी पारी में 63 रन की पारी खेली, भारतीय गेंदबाजों ने 180 रन पर इंग्‍लैंड की दूसरी पारी को रोक दिया था. एक समय इंग्‍लैंड ने मात्र 87 रन पर ही सात विकेट गंवा दिए थे, लेकिन करन की इस पारी ने स्‍कोर खींच लिया और उनके यही रन भारत पर भारी पड़ गए. अगर भारत करन की पारी को समय रहते रोक देता तो मैच का परिणाम शायद कुछ और होता.