भारत की टीम इंग्लैंड के खिलाफ भले ही पहले टेस्ट में भारतीय गेंदबाजों ने टीम को जीत की दहलीज पर ला कर खड़ा कर दिया हो लेकिन बल्लेबाजों को जरूर इंग्लैंड के गेंदबाजों ने परेशान किया. भारत की ओर से विराट कोहली के अलावा बाकी बल्लेबाज फ्लॉप रहे.
इंग्लैंड की ओर से दूसरी पारी में सैम करन ने कमाल का प्रदर्शन किया. आठ गेंदों में उन्होंने तीन बल्लेबाजों को चलता करके भारतीय टॉप ऑर्डर की धज्जियां उड़ा दी. 20 साल के इस गेंदबाज ने अपने प्रदर्शन से साबित किया कि वह आने वाले समय में इंग्लैंड के लिए अहम खिलाड़ी बनेंगे.
सैम ने 17 साल की उम्र में सर्रे की ओर से फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था और अपने पहले ही मैच में अपनी गेंदबाजी से सनसनी मचा दी थी. उन्होंने उस पारी में 101 रन देकर 5 विकेट झटके थे और काउंटी चैंपियनशप में एक पारी में 5 विकेट झटकने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने थे. इसके बाद पाकिस्तान के खिलाफ मई में दूसरे टेस्ट में उन्होंने अपना डेब्यू किया.
परिवार का क्रिकेट से रहा है नाता
उनके दादाजी केविन पैट्रिक ने 7 फर्स्ट क्लास मैच खेले थे. इसके बाद सैम के पिताजी केविन मार्शल ने जिम्बाब्वे के लिए 11 वनडे मैच खेले. 12 साल की उम्र में ही सैम ने अपने पिता को खो दिया. इसके बाद उनका बचपन पिता की छाया के बिना ही बिता. सैम के दो बाईं हैं और दोनों ही क्रिकेट खेलते हैं. बड़े भाई टॉम कर्रन भी इंग्लैंड की वनडे और टी20 के खिलाड़ी हैं. वहीं सैम के छोटे भाई बेन भी क्रिकेट खेलते हैं. सैम की रफ्तार अपने बड़े भाई टॉम जितनी तो नहीं लेकिन उनके पास स्विंग और बाउंस है. वैसे सैम इंग्लैंड के लिए सबसे कम उम्र में एक पारी में चार विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज़ बन गए हैं.