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India vs England : एलिस्टेयर कुक ने अपने आखिरी टेस्ट में जड़ा यादगार शतक, तोड़े कई रिकॉर्ड

पहले और आखिरी टेस्ट मैच में शतक जड़ने वाले पांचवें बल्लेबाज बने एलिस्टेयर कुक

FP Staff

जिस मैदान पर क्रिकेट के महानतम बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन 1948 में अपनी अंतिम टेस्ट पारी में खाता खोले बिना इरिक होलीज की गुगली के शिकार हो गए थे, ओवल के उसी मैदान पर टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड के लिए सबसे ज्यादा रन और शतक बनाने वाले एलिस्टेयर कुक ने अपनी अंतिम टेस्ट पारी को शतक लगाकर यादगार बना दिया.

भारत के खिलाफ 2006 में नागपुर में अपने पदार्पण मैच में शतक लगाने वाले कुक ने सोमवार को इस टीम के खिलाफ टेस्ट करियर का 33वां और अंतिम शतक लगाया. कुक से पहले ऑस्ट्रेलिया के रेगी डफ, बिल पोंसफोर्ड और ग्रेग चैपल तथा भारत के मोहम्मद अजहरूद्दीन ही अपने पहले और आखिरी टेस्ट मैच में शतक जड़ने की विशिष्ट उपलब्धि हासिल कर पाए थे. इस तरह से कुक इस विशिष्ट क्लब में शामिल होने वाले पांचवें बल्लेबाज बन गए हैं.


कुमार संगकारा को पीछे छोड़ा

एलिस्टेयर कुक ने पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच में इस शतक से कई रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए. कुक ने जब 76 रन बनाए तो उन्होंने कुमार संगकारा को पीछे छोड़ा. अब वह सर्वाधिक टेस्ट रन बनाने वाले बाएं हाथ के बल्लेबाज बन गए हैं. ओवरऑल उनसे अधिक रन अब सचिन तेंदुलकर, रिकी पोंटिंग, जैक कैलिस और राहुल द्रविड़ के नाम पर दर्ज हैं. 

भारत के खिलाफ सातवां टेस्ट शतक

कुक ने भारत के खिलाफ सातवां टेस्ट शतक बनाया. इंग्लैंड की तरफ से यह रिकॉर्ड है. उन्होंने केविन पीटरसन (छह शतक) को पीछे छोड़ा. वह अब रिकी पोंटिंग (2555) के बाद भारत के खिलाफ सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज भी बन गए हैं. वह टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वालों की लिस्ट में पांचवें नंबर पर आ गए हैं.  कुक ने दूसरी पारी में अपने शतकों की संख्या 15 पर पहुंचाई और इस मामले में कुमार संगकारा (14) का रिकॉर्ड तोड़ा. 

बेटियां बनीं ऐतिहासिक शतक की गवाह

कुक ने ओवल के मैदान पर जब शतक पूरा किया तो स्टेडियम में मौजूद दर्शकों के साथ उनकी बेटियों ने भी उनका अभिवादन किया. कुक ने इस मैच से पहले कहा था कि उनके पास अब टीम को देने के लिए कुछ भी नहीं है. उन्होंने हालांकि यह नहीं कहा था कि वह टीम के लिए एक और शानदार पारी खेलने वाले हैं.

गावस्कर ने कहा, शानदार विदाई के हकदार

कुक के तरकश में ज्यादा शॉट नहीं हैं लेकिन पिच पर टिककर खेलने में उनका कोई सानी नहीं. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कुक से एक शतक ज्यादा लगाने वाले भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने कहा, "उन्होंने खुद को पूरी तरह से इंग्लैंड के लिए समर्पित किया था और वह शानदार विदाई पाने के हकदार हैं.’