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India vs England, 3rd Test, Day 5 : भारत ने इंग्लैंड को उसके घर में जमीन सुंघाई, 203 रन से दर्ज की जीत

इंग्लैंड को मिला था 521 रनों का विशाल लक्ष्य, दूसरी पारी में 317 रन ही बना सकी. विराट ने जीत केरल के बाढ़ पीड़ितों को समर्पित की

FP Staff

भारत ने तीसरे टेस्ट मैच में जीत की भूमिका तो सोमवार को ही लिख दी थी, लेकिन उस पर अंतिम मुहर बुधवार को लगी. कप्तान विराट कोहली (103) के करियर के 23वें शतक के दम पर भारत ने ट्रेंट ब्रिज मैदान पर इंग्लैंड को 521 रनों का विशाल लक्ष्य देकर ये तय कर लिया था कि मैच चाहे कभी भी खत्म हो उसका परिणाम एक ही हो, वो है उसकी जीत. भारत ने पांचवें और अंतिम दिन इंग्लैंड को 203 रन से हराकर पांच मैचों की सीरीज में अपनी उम्मीदों को जीवंत रखा.

भारत को मैच के पांचवें और अंतिम दिन जीत के लिए सिर्फ एक विकेट की दरकार थी और मेहमान टीम ने बुधवार को सिर्फ 2.5 ओवर में जीत की औपचारिकता पूरी की. इंग्लैंड का अंतिम विकेट ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के खाते में गया जिन्होंने जेम्स एंडरसन (11) को अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच कराया. इंग्लैंड की टीम भारत के 521 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 317 रन पर ढेर हो गई.


जीत केरल के बाढ़ पीड़ितों को समर्पित 

भारत की टीम भी सीरीज में 1-2 से पीछे है, लेकिन इस जीत से उसने एजबस्टन में दिल तोड़ने वाली हार और लॉर्ड्स में बेहद लचर प्रदर्शन की कुछ हद तक भरपाई की. भारत को नॉटिंघम में 11 साल बाद जीत मिली है. इससे पहले 2007 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में सात विकेट से जीत दर्ज की थी. उसके बाद 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली टीम को हार का सामना करना पड़ा. पिछली बार 2014 में मुकाबला ड्रॉ पर छूटा था. उस समय भी धोनी ही कप्तान थे. विराट ने इस जीत को केरल के बाढ़ पीड़ितों को समर्पित किया. विराट कोहली को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया.

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पूरे मैच के दौरान दबदबा बनाए रखा भारत ने

भारतीय टीम के लिए सबसे महत्वपूर्ण यह रहा कि उसने लगभग पूरे मैच के दौरान दबदबा बनाए रखा और विराट कोहली के नेतृत्व में उपमहाद्वीप के बाहर एक बार फिर शानदार प्रदर्शन किया. सलामी बल्लेबाजों लोकेश राहुल और शिखर धवन ने दोनों पारियों में ठोस बल्लेबाजी की. तेज गेंदबाजों इशांत शर्मा (2/32 और 2/70 रन), मोहम्मद शमी (1/56 और 1/78) ने सटीक लाइन और लेंथ से गेंदबाजी की, जबकि जसप्रीत बुमराह (2/37 और 5/85) और हार्दिक पांड्या (5/28 और 1/22) ने मैच में क्रमश: सात और छह विकेट हासिल किए. पांड्या ने दूसरी पारी में नाबाद अर्धशतक भी जड़ा.

रहाणे  और पुजारा भी सफल रहे

उप कप्तान अजिंक्य रहाणे (पहली पारी में 81) और टेस्ट विशेषज्ञ चेतेश्वर पुजारा (दूसरी पारी में 72 रन) भी उम्दा पारियां खेलने में सफल रहे. भारत ने स्लिप कैचिंग में भी बेहतर प्रदर्शन किया जिसमें राहुल ने सात कैच लपके. ऋषभ पंत ने क्रीज पर बिताए समय के दौरान दिखाया कि आखिर क्यों उन्हें इतना प्रतिभावान माना जाता है. पंत को भले की अपनी विकेटकीपिंग पर काम करने की जरूरत है, लेकिन पहली पारी में उनके पांच विकेट ने दर्शाया कि नियमित टेस्ट विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा के फिट होने पर टीम में वापसी करना बेहद आसान भी नहीं होगा.

कोहली की बेहतरीन फॉर्म रही जारी

कप्तान विराट कोहली की बेहतरीन फॉर्म इस टेस्ट में भी जारी रही जो अब तक दोनों टीमों में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज रहे हैं. तीसरे टेस्ट में 97 और 103 रन की पारी की बदौलत सीरीज में अब उनके नाम पर 440 रन दर्ज हैं. उन्होंने तीसरे टेस्ट की तरह पहले टेस्ट में भी 200 रन बनाए थे. छह पारियों में दो शतक और दो अर्धशतक के साथ कोहली ने सुनिश्चित किया है कि फिलहाल दुनिया का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज कौन है इसे लेकर कोई बहस नहीं हो. पांड्या 160 रन के साथ भारत के दूसरे सबसे सफल बल्लेबाज हैं लेकिन पहले दो टेस्ट में खराब प्रदर्शन के बाद यहां बल्लेबाजों का बेहतर प्रदर्शन भारत के लिए सकारात्मक संदेश है.

भारत ने अपनी पहली पारी में 329 रन बनाए थे और इंग्लैंड को पहली पारी में 161 रनों पर सीमित कर दिया था. भारत ने अपनी दूसरी पारी में कप्तान कोहली (103) के शतक, चेतेश्वर पुजारा (73) और हार्दिक पांड्या (नाबाद 52) की बेहतरीन पारियों के दम पर अपनी दूसरी पारी सात विकेट के नुकसान पर 352 रनों पर घोषित कर इंग्लैंड के सामने 521 रन का मजबूत लक्ष्य रखा था.