भारत और इंग्लैंड के बीच मंगलवार को तीसरे वनडे के साथ ही वनडे सीरीज का फैसला हो जाएगा लेकिन इस मुकाबले भी ज्यादा चर्चा में पूर्व कप्तान एम एस धोनी की धीमी बल्लेबाजी है. दूसरे वनडे में उनकी सुस्त पारी पर दर्शकों की हूटिंग और एक्सपर्ट्स के उठ रहे सवालों के बीच टीम इंडिया का मैनेजमेंट उनके बचाव में उतर आया है.
कप्तान कोहली के बाद अब टीम के बैटिंग कोच संजय बांगड़ ने भी उनका बचाव किया है. तूसरे वनडे से पहले उन्होंने कहा है कि दूसरे वनडे के दौरान लगातार विकेट गिरने से उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में खुलकर खेलने का मौका नहीं मिला.
दरअसल धोनी ने लॉर्ड्स में 59 गेंद में 37 रन बनाए थे जिसके बाद उन्हें काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा. पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने समाचार पत्र टाइम्स ऑफ इंडिया में लिखे अपने कॉलम में कहा हा कि धोनी की इस धीमी पारी ने उन्हें 1975 के वर्ल्ड कप में उनकी 36 रन की धीमी पारी की याद दिला दी.
बहरहाल धोनी का बचाव करते हुए बांगड़ ने कहा , ‘हमारे पास आठवें, नौवें या दसवें नंबर पर बल्लेबाजी में गहराई नहीं है. कुछ विकेट गिरने पर खुलकर खेलना मुश्किल हो जाता है. इंग्लैंड के गेंदबाजों को श्रेय दिया जाना चाहे जिन्होंने हमें बांधे रखा और इसी वजह से रन नहीं बन रहे थे.’
बांगड़ ने कहा, ‘वह उम्मीद कर रहे थे कि कोई उनके साथ टिककर खेलेगा और हम उम्मीद कर रहे थे कि वह 40वें ओवर तक खेलेंगे. हर बार जब वह आक्रामक होने की कोशिश करते तो दूसरे छोर से विकेट गिर जाता. पहले रैना , फिर हार्दिक और उसके बाद कोई बल्लेबाज बचा ही नहीं.’
(एजेंसी इनपुट के साथ)