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भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज: ये 5 पारियां भूलना चाहेंगे विराट कोहली

अब तक सीरीज में बुरी तरह फेल रहे विराट कोहली

Shailesh Chaturvedi

तीन टेस्ट हो चुके हैं. टीम इंडिया पांच पारियां खेल चुकी है. कप्तान विराट कोहली भी पांच पारियां खेल चुके हैं. जब सीरीज शुरू हुई थी, तो औसत पचास पार थी. 54 टेस्ट में 4451 रन, 51.75 की औसत से. करीब एक महीने और पांच पारियों के बाद अब विराट 57 टेस्ट में 4497 रन पर हैं. 49.41 औसत के साथ. इन पांच पारियों में क्या हुआ है, इसकी समीक्षा विराट जरूर करना चाहेंगे. लेकिन इन्हें दोहराना कतई नहीं चाहेंगे. आप भी जानिए कि पिछली पांच पारियों में विराट ने क्या किया है.

पुणे टेस्ट, पहली पारी


ओवर नंबर 15. स्टार्क गेंदबाज थे. बेहतरीन फॉर्म में चल रहे विराट को उन्होंने बोल्ड किया. सिर्फ दूसरी गेंद पर. ऑफ स्टंप के बाहर गेंद थी, जिसका विराट ने  पीछा किया. पहली स्लिप पर कैच दे गए. जब आउट हुए, तो भारत का स्कोर हुआ था 44 पर तीन. भारत में वो पहली बार किसी टेस्ट पारी में जीरो पर आउट हुए.

पुणे टेस्ट, दूसरी पारी

ओवर नंबर 17. ओ’कीफ गेंदबाज. कोहली ने सीधी जाती गेंद को छोड़ दिया. वो टर्न के लिए खेलना चाहते थे. लेकिन ऐसे में हमेशा खतरा होता है कि अगर कोई गेंद टर्न न हो तो क्या होगा. ऐसा ही हुआ. ऑफ स्टंप के बाहर गेंद पिच हुई. टर्न नहीं, स्किड हुई और ऑफ स्टंप उखाड़ गई. भारत का तीसरा विकेट 47 पर गिरा था. विराट 13 रन बनाकर आउट हुए.

बेंगलुरु टेस्ट, पहली पारी

पारी का 34वां ओवर. नैथन लायन गेंदबाज. गेंद को पैड से खेला. ऐसा क्यों किया, इसका जवाब सिर्फ विराट ही दे सकते हैं. इसके बाद उन्होंने रिव्यू भी लिया. ऐसा क्यों किया, इसका जवाब भी वही दे सकते हैं. इससे ज्यादा आसान फैसला हो नहीं सकता था. बड़ी स्क्रीन पर देखकर विराट तीसरे अंपायर के फैसले तक भी नहीं रुके. गेंद ठीक ऑफ स्टंप के बाहर पिच हुई थी, टर्न होकर अंदर आ रही थी. ऐसा लगा कि विराट ऑन साइड में खेलना चाहते हैं. लेकिन न जाने, उनके दिमाग में क्या आया कि उन्होंने गेंद को पैड पर लगने दिया. पैड न होता, तो गेंद मिडिल और लेग स्टंप पर लगती. शायद उन्होंने जितनी उम्मीद की थी, गेंद उससे ज्यादा टर्न हुई. पुणे टेस्ट की तरह उनके विकेट ने भारत को मुश्किल में डाला. 88 रन स्कोर था, जब भारत का तीसरा विकेट गिरा. विराट ने 12 रन बनाए.

बेंगलुरु टेस्ट, दूसरी पारी

35वां ओवर. जोश हेजलवुड गेंदबाज. गेंद जैसे जमीन से उठी ही नहीं. अंपायर की उंगली जरूर उठी, वो भी बगैर किसी हिचकिचाहट के. एक बार फिर कोहली ने रिव्यू लिया. रीप्ले से समझ नहीं आया कि गेंद पहले पैड पर लगी या बैट पर. तीसरे अंपायर ने साफ किया कि ऐसा कोई सबूत नहीं कि गेंद पहले बैट पर लगी या पैड पर. ऐसे में फैसला मैदान के अंपायर पर छोड़ा जाता है. मैदान पर पहले ही आउट दिया जा चुका था. ऐसे में कोहली के भविष्य का फैसला हो गया. 15 रन बनाकर आउट हुए.

रांची टेस्ट, पहली पारी

81वां  ओवर. सीरीज में पहली बार कोहली के आउट होने पर भारत बड़ी मुश्किलों में नहीं घिरा. वो आउट हुए, तो  भारत का तीसरा विकेट 225 पर गिरा था. इस बार दूसरी स्लिप में कैच हुए कोहली. ऑफ स्टंप के बाहर, हाफ वॉली थी. पैट कमिंस गेंदबाज थे. विराट ने पांवों का कोई इस्तेमाल नहीं किया. स्टीव स्मिथ ने कैच किया. कोहली छह रन बनाकर आउट हुए.

...तो कुल मिलाकर 0, 13, 12, 15 और छह रन बनाए हैं विराट ने इस सीरीज ने. पांच पारियां, 46 रन. औसत 9.2. आखिरी मौका है. सीरीज में अधिकतम दो पारियां वो और खेल सकते हैं. क्या वो इन दो पारियों में इतने रन बना पाएंगे कि औसत फिर पचास के पार पहुंचे या एक बार फिर फेल होंगे?