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भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, तीसरा वनडे: क्या हो सकती है टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन

इंदौर में तीसरे वनडे के लिए टीम इंडिया के विनिंग कॉबिनशन में कोई बदलाव नहीं करना चाहेंगे कप्तान विराट कोहली

Sumit Kumar Dubey

गुरूवार को कोलकाता में खेल गए दूसरे वनडे में मेहमान कंगारुओं को मात देकर टीम इंडिया अब पांच वनडे मैचो की सीरीज में अपनी बढ़त 2-0 की कर चुकी हैं. अब एक और जीत कोहली एंड कंपनी को इस सीरीज का विजेता बना देगी.

इंदौर के होल्कर स्टेडियम में टीम इंडिया जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे की रणनीति बनाने बैठेगी तो उसके दिमाग में यहीं पर सीरीज को सील करने का ही ख्याल होगा. इस लिहाज से कप्तान कोहली टीम के उस विनिंग कॉबिनेशन के साथ भी कोई छेड़छाड़ करना नहीं चाहेंगे जसके साथ उन्होंने पहले दो मुकाबलो में ऑस्ट्रेलिया को मात दी है.


विनिंग कॉबिनेशन में बदलाव करना कप्तान कोहली की रणनीति का भी हिस्सा नहीं रहा है, इसके बावजूद टीम में एक पोजिशन ऐसी है जिसमें बदलाव की गुंजाइश अभी भी देखी जा सकती है और वह पोजिशन है टीम के मिडिल ऑर्डर में चौथे नंबर की जगह.

सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा भले ही पहले दो मुकाबलों में नाकाम रहे हों लेकिन फिर भी उन्हें बदलने का सवाल ही पैदा नहीं होता. रोहित कभी भी एक बड़ी पारी खेल सकते हैं. पहले मैच में नाकाम रहने वाले अजिंक्य रहाणे ने भी दूसरे वनडे में अर्धशतक ठोक कर अपनी उपयोगिता साबित कर दी है.

जिस बल्लेबाज की पोजिशन सबसे ज्यादा खतरे में लग रही है वह हैं मनीष पांडे. चौथे नंबर बल्लेबाजी करते हुए पांडे दोनों मुकाबलों में नाकाम रहे हैं . पहले मैच में जीरो तो दूसरे मैच में महज तीन रन ही उनके खाते में दर्ज हैं. ऐसे में कप्तान कोहली के पास उनकी जगह केएल राहुल को प्लएंइंग इलेवन में शामिल करने का विकल्प है.

भारतीय सेलेक्टर्स ने यह टीम बस तीन वनडे मुकाबलों के लिए चुनी थी यानी दो मैच के लिए टीम का चयन होना अभी बाकी है. लिहाजा कप्तान कोहली, मनीष पांडे को एक और मौका देना चाहेंगे ताकि वह सेलेक्टर्स को इंप्रैस कर सकें.

केदार जाधव, एमएस धोनी और हार्दिक पांड्या ने भारत के लोअर मिडिल ऑर्डर को मजबूती से संभाला हुआ लिहाजा यहां बदलाव और एक्सपेरीमेंट की कोई गुंजाइश नहीं बनती है.

जहां तक गेंदबाजी डिपार्टमेंट क सवाल है तो वहां तो कोई भी पोजिशन खाली ही नहीं है. कुलदीप-चहल की जोड़ी अपनी फिरकी से और भुवनेश्वर-बुमराह की जोड़ी अपनी तेजी और स्विंग के चलते कंगारू बल्लेबाजों के लिए मुसीबत बनी हुई . लिहाजा अगर कोई इंजरी नहीं होती है तो टीम इंडिया का मैनेजमेंट इंदौर वनडे में उन्हीं खिलाड़ियों पर दांव लगाएगा जिन्होंने पिछले दो वनडे मुकाबलो में जीत हासिल की है.