ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहली बार सीरीज का पहला मुकाबला जीतने के बाद टीम इंडिया के हौसले बुंलंदी पर हैं अब बारी पर्थ टेस्ट है जहां की ग्रीन टॉप विकट के चर्चे आम हैं. मैच के पहले पिच क्यूरेटर का बयान आया है कि कि इस नए स्टेडियम की विकेट भी पर्थ के मशहूर ग्रीन टॉप विकेट की जैसी ही होगी.
मैच से एक दिन पहले टीम इंडिया के कप्तान कोहली ने साफ किया है उनकी टीम को ग्रीन टॉप विकेट से डर नहीं लगता और वह इस विकेट पर खेलने के लिए उत्साहित हैं. कोहली की ख्वाहिश है कि शुक्रवार को शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट के लिए विकेट पर घास बनी रहे.
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कोहली का कहना है , ‘हम जीवंत पिच देखकर परेशान होने के बजाय अधिक उत्साहित हैं. हम समझते हैं कि हमार पास ऐसा गेंदबाजी आक्रमण है जो विरोधी टीम को आउट कर सकता है. उम्मीद है कि अब पिच से घास नहीं हटाई जाएगी. हम एक टीम के तौर पर इसे देखकर बहुत खुश हैं.’
उन्होंने कहा, ‘हमें एक बल्लेबाजी इकाई के तौर पर खुद को चुनौती देनी होगी और सकारात्मक खेल खेलना होगा. हमें एडीलेड की तरह गेंदबाजों की सफलता में साथ देना होगा. मुझे लगता है कि एडिलेड की तुलना यह पिच आपको अधिक मौके देगी. इसलिए हम इसे देखकर बहुत उत्साहित हैं.’
इस बात पूरी संभावना है कि भारत इस मैच में चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरेगा. इससे पहले 2018 में जोहानसबर्ग और 2012 में पर्थ में टीम इंडिया ऐसी कर चुकी है.
कोहली ने कहा, ‘मैं पिछले 10 सालों से दुनिया भर में खेला हूं और ईमानदारी से कहूं तो जोहानसबर्ग जैसे विकेट पर मैं कभी नहीं खेला. हम इस तरह की पिचों से अनभिज्ञ नहीं है और यह उनके लिये नई नहीं है. हम जानते हैं कि इस तरह की पिच से क्या उम्मीद करनी है.’
बहरहाल अब देखना है कि क्या कोहली की इस चुनौती के मद्देजर हुए पर्थ के विकेट से घास हटाई जाती है या नहीं.
(इनपुट भाषा)