बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच के पहले दिन मयंक अग्रवाल 76 रन की पारी खेलकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू मैच मैच में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए. क्रिकेट से लंबे फॉर्मेट में उन्होंने अर्धशतकीय पारी खेलकर कदम रखा, लेकिन वह अपनी इस पारी से संतुष्ट नहीं हैं. मयंक पहले दिन स्टंप होने तक नॉट आउट रहना चाहते थे. 27 साल के इस सलामी बल्लेबाज ने कहा दिन का खेल समाप्त होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मेलबर्न में डेब्यू करना उनके लिए काफी खास था. उन्होंने कहा कि मैं खुश तो हूं, लेकिन मैं इससे ज्यादा चाहता था और दिन का खेल खत्म होने तक नॉट आउट रहना चाहता था. बेंगलोर के जन्मे इस खिलाड़ी ने कहा कि जब उन्हें कैप मिली थी, तो वह काफी भावुक थे और वह इस चीज को अपनी बची हुई जिंदगी के लिए संजो कर रखेंगे. फर्स्ट
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में तिहरा शतक जड़ने वाले मयंक ने कहा कि उन्होंने लंबे समय तक रणजी ट्रॉफी खेली और इसी वजह से एक खिलाड़ी के रूप में आगे बढ़ने में उन्हें मदद मिली.
मयंक ने कर्नाटक के लिए 46 फर्स्ट क्लास मैच और 75 लिस्ट ए मैच खेले हैं और दोनों में ही 50 की औसत से रन बनाए हैं. पिछले साल नवंबर में उन्होंने महाराष्ट्र के खिलाफ अपना इकलौता तिहरा शतक जड़ा था. मयंक ने 2017-18 की विजय हाजरे ट्रॉफी में आठ मैचों में 723 रन बनाकर सचिन तेंदुलकर का एक सीजन में सबसे ज्यादा रन का रिकॉर्ड तोड़ दिया था. उसी साल वह रणजी में भी सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे. उनके इसी प्रदर्शन के बाद उन्हें भारतीय टीम में जगह दी गई है.