ऑस्ट्रेलियाई कोच जस्टिन लैंगर ने अपनी टीम में विश्वस्तरीय बल्लेबाज नहीं होने पर खेद जताया और कहा कि भारत की तरफ से विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा ने चार टेस्ट मैचों की सीरीज में मुख्य अंतर पैदा किया. भारत ने एमसीजी पर तीसरा टेस्ट मैच 131 रन से जीतकर सीरीज में 2-1 से अजेय बढ़त बनाई. चौथा और अंतिम टेस्ट मैच गुरुवार से सिडनी में शुरू होगा.
लैंगर ने सोमवार को कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो इस सीरीज में मुख्य अंतर पुजारा और कोहली ने पैदा किया है. पुजारा ने 53 रन प्रति पारी और कोहली ने 46 रन प्रति पारी की औसत से रन बनाए हैं जबकि दूसरी पारी में दोनों खाता भी नहीं खोल पाए थे. इससे हमें यह सबक मिलता है कि हमने जो भी दबाव बनाया उन्होंने उसे खत्म किया.’
उन्होंने कहा, ‘यह बल्लेबाजी की कला है, सही है ना. यह दबाव झेलने से जुड़ा हुआ है. आपको टेस्ट क्रिकेट में इतना अधिक समय मिलता है और मुझे लगता है कि (टी20) के जमाने में सब कुछ इतना तेजी से हो रहा है कि हम स्ट्राइक रेट पर बात करते हैं. हमारे खिलाड़ी यह सीख रहे हैं और उम्मीद है कि उन्होंने वे यह सबक सीख रहे होंगे. अगर उन्होंने यह सीख नहीं ली है तो हमारा जैसा प्रदर्शन है आगे भी वैसा ही रहेगा.’ लैंगर ने पहली पारी में लचर प्रदर्शन के लिये अपने बल्लेबाजों को लताड़ा. ऑस्ट्रेलियाई टीम 151 रन पर आउट हो गई.
उन्होंने कहा, ‘यह वास्तव में कड़ा टेस्ट मैच था. मैंने पहले दिन से कहा था कि यह टेस्ट सीरीज बेहद कड़ी होने जा रही है और ऐसा हो रहा है. हमें इस टेस्ट मैच में सबसे खराब परिस्थितियों का सामना करना पड़ा और हमारी पहली पारी की बल्लेबाजी अच्छी नहीं रही. हम निराश और हताश हैं लेकिन चौथे मैच के लिये तरोताजा और तैयार हो रहे हैं.’