ऑस्ट्रेलिया टीम की तरह वहां की मीडिया भी विरोधी टीम के साथ माइंड गेम खेलने में यकीन रखती है. छह तारीख से शुरू होने वाले टेस्ट सीरीज के लिए एडीलेड पहुंची भारतीय को वहां के मीडिया ने डरपोक करार दिया.
एक अखबार ने अपनी रिपोर्ट में भारतीय बल्लेबाजों को डरपोक बल्लेबाज कह डाला. रिपोर्ट में कहा गया है कि 'टीम इंडिया तेज पिचों से डरती है. उसे ब्रिसबेन के बाउंस से डर लगता है. पर्थ में डर की वजह नहीं लेकिन फिर भी टीम इंडिया को वहां डर लगता है.'
मौजूदा टीम इंडिया का कोई भी बल्लेबाज बाउंसर्स से नहीं डरता है. विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, चेतेश्वर पुजारा, रोहित शर्मा जैसे सभी खिलाड़ी बाउंसर्स पर सहज ही नजर आते हैं. खुद ऑस्ट्रेलिया के कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने इस बात को माना. ऑस्ट्रेलियाई दिग्गजों ने मीडिया की इस रिपोर्ट की आलोचना की.
वहीं के एक पत्रकार एक और पत्रकार रिचर्ड हिंड्स ने इका विरोझ करते हुए ट्वीट किया. उन्होंने लिखा 'क्या कोई और भी मीडिया के इस रवैये से परेशान है जहां हर मेहमान टीम को डरपोक कहा जाता है.' इसके अलवा कई और फैंस भी इस रिपोर्ट के किलाफ नजर आए.
कप्तान कोहली के रिकॉर्ड पर अगर ऑस्ट्रेलिया मीडिया ध्यान दे तो शायद वह ऐसा नहीं कहते. विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया में खेली 16 टेस्ट पारियों में कुल 992 रन बना चुके हैं. उनके बल्ले से कुल 5 शतक और 2 अर्धशतक निकले हैं. ऑस्ट्रेलिया में उनका औसत 62 है, जो कि किसी भी देश में उनका बेस्ट औसत है. पिछले साल ऑस्ट्रेलिया में कोहली ने 86 की औसत से 4 सेंचुरी जड़ी, मुरली विजय का औसत 60, रहाणे का 57 और केएल राहुल ने दूसरे टेस्ट में 110 रन की पारी खेली थी. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया मीडिया का टीम इंडिया के बल्लेबाजों को डरपोक बताना बिलकुल कोरा झूठ है.