एडिलेड टेस्ट अपने नाम करने के साथ भारतीय टीम ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली थी और उसके पास पर्थ में इस बढ़त के दुगुना करने का मौका था. लेकिन विराट कोहली की अगुआई में टीम ने शायद इस मौके को चौथे दिन ही गंवा दिया. ऑस्ट्रेलिया टीम की 326 रन की पहली पारी के जवाब में भारतीय टीम पहली पारी में 283 रन ही बना सकी थी, लेकिन दूसरी पारी में गेंदबाजों दम पर जीत की एक उम्मीद बनने लगी थी. तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक टीम ने मेजबान के चार बल्लेबाजों को 132 रन पर भी पवेलियन भेज दिया और अंदाजा लगाया जा रहा था कि चौथे दिन लंच तक मैच में भारत अपनी पकड़ मजबूत कर लेगा, लेकिन हुआ इसके विपरीत. उस्मान ख्वाजा और टिम पेन ने अपनी 41 और 8 रन की पारी को आगे बढ़ाते हुए चौथे दिन का खेल शुरू किया और लंच तक टीम का स्कोर 190 रन कर दिया. इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया ने भारत पर 233 रन की मजबूत बढ़त ले ली है. लंच तक ख्वाजा 67 और पेन 37 रन बनाकर खेल रहे हैं.
70 रन की साझेदारी
ख्वाजा और पेन की 70 रन की साझेदारी ने भारत के मुश्किलें काफी बढ़ा दी है. भारत के सलामी बल्लेबाज चल नहीं रहे. ऐसे में कप्तान कोहली, पुजारा और रहाणे पर ही विश्वास किया जा सकता है. वैसे यह भी नहीं भूलना चाहिए कि चौकी पारी में बल्लेबाजी करना आसान नहीं होता. ऑस्ट्रेलिया ने 233 रन की बढ़त तो लंच तक बना ली और अभी उनके हाथ में 6 विकेट बचे हैं. मेजबान अगर इस बढ़त को 300 के पार तक ले जाती है तो कोहली सेना की रही सही उम्मीद पर भी पानी फिर जाएगा. भारतीय गेंदबाजों के लिए इस साझेदारी को तोड़ना अब काफी जरूरी हो गया है. नहीं तो दूसरे सेशन में ही मैच पूरी तरह से निकल जाएगा.
महंगे साबित हो रहे हैं यादव
सुबह के सत्र में सभी गेंदबाज असफल रहे. मोहम्मद शमी ने दो, बुमराह और इशांत शर्मा ने एक एक सफलता तीसरे दिन हासिल की थी, लेकिन चौथे दिन यह गेंदबाज भी लगातार संघर्ष कर रहे हैं. उमेश यादव काफी महंगे साबित हुए. यादव ने 3.92 की इकोनॉमी से 13 ओवर में 51 रन दिए. इशांत ने 14 ओवर में 39, बुमराह ने 20 ओवर में 36, शमी ने 17 ओवर में 30 और हनुमा विहारी ने 14 ओवर में 30 रन दिए.