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भारत ने टेस्ट में उतारा अपना पहला 'चाइनामैन' गेंदबाज

कुलदीप यादव ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टेस्ट खेल रहे हैं.

Lakshya Sharma

25 मार्च 2017 का दिन कुलदीप यादव अपनी जिंदगी में कभी नहीं भूलेंगे. क्योंकि इस दिन धर्मशाला टेस्ट में कुलदीप यादव ने डेब्यू किया है. इसके साथ ही वे भारत के पहले चाइनामैन गेंदबाज हैं, जिन्हें टेस्ट मैच में खेलने का अवसर मिला.

कानपुर का यह 22 साल का गेंदबाज भारत की ओर से टेस्ट खेलने वाला 288वां प्लेयर बना. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस निर्णायक टेस्ट में वे अपने चाइनामैन का क्या कमाल दिखाते हैं, इस ओर सारी निगाहें हैं भारत के पूर्व स्पिनर लक्ष्मण शिवरामकृष्णन ने उन्हें टेस्ट कैप दी.


उपमहाद्वीप के दूसरे चाइनामैन टेस्ट गेंदबाज बने 

इसके साथ ही कुलदीप यादव भारतीय उपमहाद्वीप के दूसरे ऐसे चाइनामैन गेंदबाज बन गए हैं, जिन्हें टेस्ट मैच में उतारा गया है. इससे पहले श्रीलंका के लक्षण संदकन ने जुलाई 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू किया था. कुलदीप कहते हैं कि वो शेन वॉर्न जैसे गेंदबाज बनना चाहते हैं.

कुलदीप यादव को 22 प्रथम श्रेणी मैच खेलने के बाद टेस्ट टीम में लाया गया. उनके नाम अब तक 81 विकेट हैं. आईपीएल में उन्हें 2012 में सबसे पहले मुंबई इंडियंस ने खेलने का मौका दिया. लेकिन इसके बाद वे कोलकाता नाइटराइडर्स टीम में शामिल कर लिए गए. आईपीएल के 3 मुकाबलों में उन्होंने 6 विकेट लिए हैं. कुलदीप के लिए सुनील गावस्कर ने तो यहां तक कह डाला था कि अगर मैं चयनकर्ता होता, तो बिना एक भी फर्स्ट क्लास मैच खेले ही इसे टेस्ट टीम में चुन लेता.

सचिन का मिडिल स्टंप उखाड़ कर सुर्खियों में आए

अंडर-19 टीम के लिए ऑस्ट्रेलिया गए कुलदीप जब भारत लौटे थे, तो उन्हें मुंबई इंडियंस टीम से जुड़ना था. नेट सेशन के दौरान तेंदुलकर ने किसी से कहा कि नए लड़के कुलदीप को भेजो, मैं देखना चाहता हूं कि वो कैसी गेंदबाजी करता है? कुलदीप ने पहली पांच गेंदें तो नॉर्मल चाइनामैन डिलीवरी फेंकी, लेकिन छठी गेंद पर जो हुआ वो देखकर ये दोनों ही खिलाड़ी हैरान रह गए. कुलदीप की गेंद पर तेंदुलकर का मिडिल स्टंप उखड़ गया. तेंदुलकर ने इस बल्लेबाज से जाकर कहा- 'वेल बोल्ड कुलदीप.' एक इंटरव्यू में कुलदीप ने ये बात खुद बताई थी.

क्या होता है चाइनमैन 

विश्व क्रिकेट में चाइनामैन दुर्लभ प्रकार के गेंदबाज होते हैं. दाएं हाथ का ऑफ स्पिनर अपने रियल गेंदबाजी एक्शन से लेग स्पिन कराए और बाएं हाथ का गेंदबाज दाहिने हाथ के बल्लेबाज को लेग स्पिन फेंके. अब चाइनामैन लेग स्पिनर को कहा जाता है, जो बाएं हाथ से ऐसी गेंद फेंके. इसका मतलब उसकी गेंद दाहिने हाथ के बल्लेबाज को लेग स्पिन के जैसे खेलना पड़े. यह प्रक्रिया दाएं और बाएं हाथ के गेंदबाज के लिए एकसमान है.

अंतराष्ट्रीय स्तर पर कम ही गेंदबाज हैं, जिन्हें चाइनामैन के रूप में पहचान मिली. इस कड़ी में दक्षिण अफ्रीका के पॉल एडम्‍स, ऑस्ट्रेलिया के माइकल बेवन, साइमन कैटिच, ब्रेड हॉग, लक्षण संदकन के बाद अब भारत के कुलदीप यादव इसमें शामिल हो गए हैं.