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India vs Australia 4th Test at sydney, Day1: पुजारा ने किया हर हमला नाकाम, बढ़ाई टीम इंडिया की उम्मीद

पहले दिन का खेल समाप्त होने तक भारत ने चार विकेट पर 303 रन बना लिए हैं

Kiran Singh

इस सीरीज के रन मशीन चेतेश्वर पुजारा दिन का खेल समाप्त होने तक मैदान पर डटे हुए है. सिडनी टेस्ट के पहले मेजबान गेंदबाजों की शरीर पर आती तेज रफ्तार गेंदें भी भारत के इस बल्लेबाज के हौंसले को तोड़ नहीं पाई और धीमी शुरुआत के बावजूद पूरे दिन मैदान पर टिककर भारत को अच्छी स्थिति में पहुंचा दिया है. सीरीज के चौथे और आखिरी टेस्ट मैच के पहले भारत ने दिन का खेल समाप्त होने तक चार विकेट के नुकसान पर 303 रन बना लिए हैं. पुजारा 130 और हनुमा विहारी 39 रन पर मैदान पर डटे हुए हैं.

फिर फ्लॉप रहे राहुल


रोहित शर्मा के घर लौटने पर सिडनी टेस्ट में हनुमा ने पारी का आगाज न करवाकर केएल राहुल और मयंक अग्रवाल से करवाया गया. मयंक तो अपनी लय बरकरार रखने में कामयाब रहे, लेकिन राहुल अपने खराब प्रदर्शन से बाहर नहीं निकल पाए. 10 रन पहर ही राहुल के रूप में भारत को झटका लगा. पिछले कुछ पारियों में राहुल का यही हाल रहा

पुजारा और मयंक ने संभाला

पहला झटका लगने के बाद मयंक का साथ देने चेतेश्वर पुजारा  मैदान पर आए और इस जोड़ी ने मिलकर भारत को शुरुआत झटके से बाहर निकला. एक छोर से मयंक अटैकिंग बल्लेबाजी कर रहे थे, तो दूसरे छोर पर पुजारा संभलकर खेल रहे थे. आक्रामक और पैशन्स के इस संयोजन में ऑस्ट्रेलिया गेंदबाजों को काफी परेशान किया. लंच तक भारत ने एक विकेट के नुकसान पर 69 रन बना. लंच के बाद इस जोड़ी नेआक्रामक रुख अपनाया और 178 गेंद में 100 रन की साझेदारी पूरी की. तक तक पुजारा की रन गति मयंक से धीमी थी. लेकिन जोड़ी ने भारत को कोई और झटका नहीं लगने दिया.

शतक से फिर चूके मयंक

मेलबर्न टेस्ट में डेब्यू करने वाले मयंक अग्रवाल एक बार अपने अर्धशतक को शतक में बदलने से चूक गए. डेब्यू मैच की पहली में 77 रन जड़ने वाले मयंक उसे शतक में नहीं बदल पाए थे. दूसरी पारी में वह 42 रन पर ही आउट हो गए थे. सिडनी टेस्ट की पहली पारी में जैसे ही उन्होंने अर्धशतक पूरा किया, उसके बाद माना जा रहा था कि वह अपना पहला शतक लगाने वाले हैं, लेकिन लायन ने उन्हें स्टार्क के हाथों कैच करवाकर यह सपना भी तोड़ दिया. पारी में दो छक्के लगाने बाद वह एक और बड़ा शॉट खेलना चाहते थे और यही पर वह लायन के जाल में फंस गए. मयंक 77 रन पर आउट हुए. अपनी इस पारी में उन्होंने 7 चौके और दो छक्के लगाए.

मयंक के बाद पुजारा को मिला हनुमा का साथ 

126 रन पर मयंक का विकेट गिरने के बाद पुजार का साथ के लिए कप्तान विराट कोहली आए. पुजार ने कप्तान के साथ मिलकर 54 रन की साझेदारी की, लेकिन मेलबर्न की दूसरी पारी में फ्लॉप रहे कोहली यहां भी कुछ खास नहीं कर पाए और 23 रन पर हेजलवुड की गेंद पर टिम पेन को कैच थमा बैठे. पुजारा के इसके बाद अजिंक्या रहाणे के साथ साझेदारी की, लेकिन यह साझेदारी ज्यादा दूर तक नहीं पहुंच पाई. रहाणे 18 रन बनाकर स्टार्क की गेंद पर पेन को कैच बैठे. पुजारा को ऐसे में मयंक जैसी एक बड़ी साझेदारी की जरुरत थी और ऐसे में हनुमा ने उनका साथ दिया और फिलहाल दोनों के बीच 75 रन की साझेदारी हो गई है

बल्लेबाज के शरीर को बनाया निशाना  

पहले दिन के खेल में मेजबान गेंदबाजों ने बल्लेबाज के शरीर को निशाना बनाया. जिसमें मिचेल स्टार्क सबसे आगे रहे. स्टार्क ने मयंक के साथ साथ पुजारा को भी काफी परेशान किया. हेजलवुड की भी कुछ गेंदों ने बल्लेबाजों के शरीर को हिट किया. गेंद एक बार पुजारा के हेलमेट के पीछे और एक बार लेफ्ट कंधे पर लगी. हालांकि कोई गंभीर चोट नहीं आई. वहीं मयंक ने भी खुद को कई बार स्टार्क की गेंदों से खुद को बचाया.

देरी से लायन को मिली गेंद 

पहले दिन नैथन लायन का 22वें ओवर में पहली बार गेंद मिली. इस सीरीज में अभी तक यह पहली बार मौका है, जब लायन को देर से अटैक पर बुलाया गया. आॅफ स्पिनर लायन 29 ओवर फेंक, जिसमें 88 रन देकर एक विकेट लिया.