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India vs Australia 3rd Test: पांचवें दिन महज 27 गेंदों में ही टीम इंडिया ने जीता बॉक्सिंग डे टेस्ट

मैच में नौ विकेट लेकर बुमराह बने मैन ऑफ द मैच, भारत ने बनाई सीरीज में 2-1 की अजेय बढ़त

FP Staff

टीम इंडिया का साल 2018 का आगाज साउथ अफ्रीका में केपटाउन टेस्ट की हार के साथ हुआ था. पूरे साल भारतीय टीम ने कई उतार-चढ़ाव देखे लेकिन इस साल का अंत ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में टीम इंडिया की जीत के साथ हुआ. भारत ने मेजबान टीम को 137 रन से मात देकर पहली बार ऑस्ट्रेलिया में जीत तो हासिल की ही साथ अब इस सीरीज में 2-1 की ऐसी बढ़त हासिल कर ली जो उसे सीरीज हारने नहीं देगी.

मेलबर्न में टीम इंडिया की जीत की दास्तान तो चौथे दिन ही लिख गई थी जब भारतीय गेंदबाजों ने 399 रन के असंभव से टारगेट का पीछा कर रही कंगारू टीम के बल्लबाजों को नियमित अंतराल के बाद पैवेलियन का रास्ता दिखाया लेकिन पैट कमिंस के अड़ जाने के चलते भारत चौथे दिन जीत से दो विकेट दूर रह गया था.


 

बारिश ने बढ़ा दी थी धड़कन!

मैच के पांचवें और आखिरी दिन जब बारिश के चलते पहले सेशन का खेल धुल गया तो भारतीयी फैंस के मन में जरूर ड्रॉ की आशंका पैदा हुई होगी लेकिन लंच के बाद जब खेल शुरू हुआ तो महज 27 गेंदों में ही भारत ने यह टेस्ट जीत लिया. बुमराह ने सबसे पहले 63 रन पर खेल रहे पैट कमिंस को स्लिप में पुजारा के हाथों लपकवाया और फिर इशांत ने नैथन लायन को सात रन के निजी स्कोर पर विकेटकीपर पंत के हाथों लपकवा कर भारत को 137 रन से जीत दिला दी. इस मैच में कुल नौ विकेट झटकने वाले बुमराह को मैन ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया.

इस जीत के साथ ही कप्तान कोहली ने विदेश में सबसे ज्यादा टेस्ट जीत के सौरव गांगुली के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है. विराट की कप्तानी में अब टीम इंडिया 11 टेस्ट मैच जीत चुकी है.

हालांकि भारत के लिए इस मैच से पहले के हालात आसान नहीं थे. एडिलेड में जीत मिलने के बाद टीम इंडिया पर्थ में हार का मुंह देखकर बॉक्सिंग डे टेस्ट खेलने आई थी. भारत की सलामी जोड़ी लगातार नाकाम हो रही थी और टीम के मुख्य फिरकी गेंदबाज आर अश्विन चोटिल थे.

ऐस में टीम मैनेजमेंट ने डेब्यू कर रहे मयंक अग्रवाल के साथ हनुमा विहारी को सलामी बल्लेबाज बनाने का दांव खेला जो काम कर गया. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी कर रही टीम इंडिया की सलामी जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 18.5 ओवर तक बल्लेबाजी की जो अपने आप में एक किस्म का रिकॉर्ड था. इसके बाद चेतेश्वर पुजारा के धीमे लेकिन ठोस शतक की मदद से भारत ने लगभग दो दिन तक बल्लेबाजी करके 443/7 पर पारी घोषित की.

भारत के इस बड़े स्कोर के सामने कंगारू बल्लेबाजों ने पूरी तरह से सरेंडर कर दिया. जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी के सामने कंगारू बल्लेबाज पूरी तरह फेल रहे और यह पारी महज 151 रन पर सिमट गई.  बुमराह ने छह विकेट झटके. अच्छी खासी लीड होने के बावजूद कप्तान कोहली ने फॉलोऑन ना देकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया और आठ विकेट पर 106 रन बनाकर पारी घषित की जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया की पारी 261 रन पर ढह गई.

इस सीरीज का अगला और आखिरी टेस्ट सिडनी में 3 जनवरी से शुरू होगा. भारतयी टीम के 2-1 से आगे होने का मतलब है कि अब बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी भी भारत के पास ही रहेगी. अगर भारत सिडनी टेस्ट भी जीत जाता है तो वह ऑस्ट्रेलिया में भारत की पहली सीरीज जीत होगी.