अजिंक्य रहाणे लगातर अपने खराब प्रदर्शन से जूझ रहे हैं. इसी कारण पिछले कुछ समय से टीम की मजबूत दीवार माने जाने वाले रहाणे को आलोचनाओं की भी सामना करना पड़ा. लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में वह अपनी लय को हासिल करने में काफी हद तक सफल होते नजर आ रहे हैं.
एडिलेड में भी उन्होंने अर्धशतक जड़ा था और पर्थ टेस्ट की पहली पारी में भी वह अर्धशतक जड़ चुके हैं. टेस्ट क्रिकेट में ऐसी बल्लेबाजी करने में रहाणे को तीन साल से भी अधिक का समय लग गया. 2015 में दिल्ली में साउथ अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने लगातार पारियों में 50 से ज्यादा का स्कोर किया था और कुछ वैसा ही वह 2018 में अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कर पाए.
एडिलेड टेस्ट की पहली पारी में रहाणे 13 रन ही बना सके थे, लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने 70 रन बनाए. पर्थ में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट की पहली पारी में वह अभी तक 51 रन पर खेल रहे हैं. 2015 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ रहाणे ने दिल्ली टेस्ट की पहली पारी में 127 और दूसरी पारी में नाबाद 100 रन बनाए थे. इसके बाद रहाणे ने 32 टेस्ट मैच खेले, लेकिन लगातार दो बार 50 रन से अधिक की पारी नहीं खेल पाए. वहीं अगस्त 2017 में श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में 132 रन की पारी खेलने के बाद तो उनके प्रदर्शन के लगातार गिरावट आने लगी. कोलंबो टेस्ट के बाद उन्होंने 13 टेस्ट इस ऑस्ट्रेलिया दौरे को छोड़कर मैच खेले 3 बार ही 50 से अधिक रन बना सके.