ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर पहली बार टेस्ट सीरीज जीतने के इरादे से आई भारतीय टीम को पहले टेस्ट के शुरूआती दिन पहले ही दिन अहसास हो गया कि यह चुनौती उसके लिए टेढ़ी खीर है. एडीलेड ओवल की सपाट पिच पर भारत के लिए राहत का सबब चेतेश्वर पुजारा की शतकीय पारी रही. पुजारा के अलावा भारत का कोई भी बल्लेबाज ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का सामना नहीं कर सका और ‘कमजोर’ कही जा रही मेजबान टीम ने उसके नौ विकेट 250 रन पर उखाड़ दिए.ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी क्रम की चूलें हिलाकर दिखा दिया कि उसे उसकी धरती पर हराना इतना कठिन क्यों है.
चेतेश्वर पुजारा ने 246 गेंद में सात चौकों और दो छक्कों की मदद से 123 रन बनाए. वह दिन की आखिरी गेंद पर रन आउट हुए. अपना 16वां टेस्ट शतक जमाने वाले पुजारा ने एक छोर नहीं संभाला होता तो भारतीय टीम 200 रन तक भी नहीं पहुंच पाती. पुजारा ने इसके साथ ही टेस्ट क्रिकेट में 5000 रन भी पूरे कर लिए. ऑस्ट्रेलिया के लिए मिचेल स्टार्क, जोश हेजलवुड, पैट कमिंस और नाथन लायन ने दो-दो विकेट लिए.
भारत के शीर्षक्रम के बल्लेबाजों ने भी गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया की फील्डिंग और कैचिंग जबर्दस्त रही. खासकर विराट कोहली का उस्मान ख्वाजा ने दर्शनीय कैच लपका. ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज इस कदर सटीक थे कि पूरे 87.5 ओवर में उन्होंने मात्र एक अतिरिक्त रन लेग बाई के रूप में दिया.
लंच तक चार विकेट 56 रन पर गंवाए
भारत ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया. भारत ने लंच तक चार विकेट 56 रन पर गंवा दिए थे. जोश हेजलवुड ने 28 रन देकर दो विकेट लिए और ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों ने नई कूकाबूरा गेंद से नियमित अंतराल पर विकेट चटकाए. पहले सत्र के 27 ओवर में भारतीय शीर्षक्रम क्रीज पर पैर जमा ही नहीं सका. दोनों सलामी बल्लेबाजों में से केएल राहुल (02) के पास ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की रफ्तार का कोई जवाब नहीं था. वह दूसरे ओवर में गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर तीसरी स्लिप में हेजलवुड को कैच दे बैठे.
मुरली, कोहली और रहाणे ने किया निराश
मुरली विजय (11) बेहतर दिख रहे थे, लेकिन रनगति बढाने के प्रयास में विकेट गंवा बैठे. सातवें ओवर में विजय ने स्टार्क को कवर ड्राइव लगाने की कोशिश की लेकिन चूके और विकेट के पीछे टिम पेन को कैच दे दिया. इसके बाद कप्तान विराट कोहली क्रीज पर आए जो आत्मविश्वास से भरे दिखे. वह भी हालांकि कोई कमाल नहीं कर पाए और पैट कमिंस की गेंद पर उस्मान ख्वाजा ने अपनी बायीं ओर डाइव लगाकर उनका शानदार कैच लपका. उस समय भारत का स्कोर 11 ओवर में तीन विकेट पर 19 रन था. पुजारा और अजिंक्य रहाणे (13) ने 59 गेंदों में 22 रन जोड़े. रहाणे को नाथन लायन को खेलने में काफी दिक्कत हुई जो ड्रिंक्स ब्रेक के बाद गेंदबाजी के लिए आए. रहाणे ने लायन को उसके दूसरे ओवर में लांग ऑन पर छक्का लगाया.
रहाणे 21वें ओवर में हेजलवुड का शिकार हुए.
पुजारा और रोहित ने जोड़े 45 रन
पुजारा और रोहित ने भारत को 25वें ओवर में 50 रन के पार पहुंचाया. एक समय पर भारत का स्कोर 38 ओवर में पांच विकेट पर 86 रन था. लंच के बाद पुजारा और रोहित शर्मा ने अच्छी शुरुआत की और पांचवें विकेट के लिए 45 रन जोड़े. पुजारा एक छोर पर दृढ होकर बल्लेबाजी कर रहे थे जबकि रोहित दूसरी ओर आक्रामक लग रहे थे. रोहित ने पैट कमिंस को दो छक्के भी लगाए. इसके बाद नाथन लायन को 38वें ओवर की दूसरी गेंद पर छक्का जड़ा. गेंद मार्कस हैरिस के हाथ में थी लेकिन वह सीमा को लांघ गए थे लिहाजा अंपायर ने दोनों हाथ ऊपर उठा दिए. इसके बाद भी रोहित ने सबक नहीं लेते हुए अगली ही गेंद पर फिर ऊंचा शॉट खेला और डीप में लपके गए.
जल्द ठंडे पड़े पंत के आक्रामक तेवर
ऋषभ पंत भी आक्रामक तेवर लेकर ही उतरे थे और कुछ गेंद खेलकर ही दो चौके और एक छक्का जड़ डाला. पुजारा ने उन्हें संयम के साथ खेलने की ताकीद की. दोनों ने छठे विकेट के लिए 41 रन जोड़कर भारत को 41वें ओवर में 100 रन के पार पहुंचाया. पंत सहज नहीं लग रहे थे और टी के ठीक पहले लायन की गेंद पर विकेट के पीछे कैच देकर आउट हुए.
पुजारा ने पूरा किया शतक
इसके बाद पुजारा और अश्विन (25) ने सातवें विकेट के लिए 62 रन की साझेदारी करके टीम को 200 रन के पास पहुंचाया. अश्विन के आउट होने के बाद इशांत शर्मा क्रीज पर आए और चार रन बनाकर कमिंस का शिकार हुए. इस बीच पुजारा ने 84वें ओवर में हेजलवुड को एक चौका और एक छक्का लगाकर अपने हाथ खोले. अगले ओवर में स्टार्क की गेंद पर दो रन लेकर उन्होंने अपना शतक पूरा किया. उन्होंने 87वें ओवर में कमिंस को भी एक चौका और एक छक्का लगाया, लेकिन अगले ओवर की आखिरी गेंद पर तेजी से रन लेने के प्रयास में अपना विकेट गंवा बैठे. वह मिडऑन पर शॉट खेलकर दूसरा रन लेने के लिए भागे, लेकिन कमिंस के सटीक सीधे थ्रो पर रन आउट हो गए.