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India vs Australia 1st Test: क्या कोहली के पसंदीदा मैदान पर जीत के साथ होगा आगाज!

ऑस्ट्रेलिया की धरती पर टीम इंडिया ने कभी सीरीज नहीं जीती है

Sumit Kumar Dubey

गुरुवार को एडिलेड ओवल में भारत और ऑस्ट्रेलिया के कप्तान इस सीरीज के पहले मुकाबले के टॉस के लिए मैदान पर उतरेंगे तो दोनों ही के दिमाग में जोरदार उथल-पुथल मची होगी. भारतीय कप्तान विराट कोहली के सामने जहां पहली बार ऑस्ट्रेलियाई धरती पर सीरीज जीतने वाले कप्तान का रुतबा हासिल करने का ख्वाब होगा तो वहीं कंगारू कप्तान टिम पेन के सामने बॉल टेंपरिंग की घटना को पीछे छोड़कर अपने देश के क्रिकेट जगत आए भूचाल से अपनी टीम को बाहर निकाल आगे बढ़ने की चुनौती है.

दोनों कप्तानों के लिए जीत जरूरी है


दोनों ही कप्तान इस पहले टेस्ट में जीत हासिल करके ऐसी सीरीज का आगाज करना चाहते हैं जो बतौर कप्तान इन दोनों को एक अलग मुकाम पर पहुंचा सकती है. साल 2014 में एडिलेड ओवल के ही मैदान पर पहली बार टेस्ट टीम की कप्तानी करने वाले विराट कोहली अब तक किसी भी मुश्किल दौरे पर कामयाब नहीं हो सके हैं. साउथ अफ्रीका के बाद इंग्लैंड में भी टीम इंडिया उनकी सरपरस्ती में हार का मुंह देखना पड़ा है, यह बात और है कि बतौर बल्लेबाज वह शानदार फॉर्म में रहे हैं. कोहली और उनके पसंदीदा कोच रवि शास्त्री के लिए ऑस्ट्रेलिया एक ऐसी धरती है जहां अगर वह सीरीज जीतते हैं तो उनकी पुरानी सारी नाकामियां छुप जाएंगी.

बॉल टेंपरिंग के बाद से स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर की कंगारू टीम में गैरमौजूदगी ने इस टीम को कमजोर तो बना दिया है लेकिन  इसके गेंदबाजी आक्रमण की धार कतई कुंद नहीं हुई है. ऑस्ट्रेलिया के टीम मैनेजमेंट को बल्लेबाजी के मोर्चे पर अपनी टीम की कमजोरी का अहसास है लिहाजा मिचेल मार्श की जगह पीटर हैंड्सकॉम्ब को प्लेइंग इलेवन में जगह दी गई है. बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा भारतीय टीम के लिए सिरदर्द तो साबित हो ही सकते हैं वहीं नए सलामी बल्लेबाज मार्क्स हैरिस अपने इस डेब्यू मैच को यादगार बनाने के इरादे से उतरेंगे. शैफील्ड शील्ड में उनके फर्स्टक्लास प्रदर्शन के आंक़ड़े उनके बेहतरीन बल्लेबाज होने की तस्दीक करते हैं.

वहीं भारत के सामने सबसे बड़ी चुनौती कंगारू पेस बैटरी की होगी. जोश हैजलवुड, मिचेल स्टार्क और पैट कमिंस की तेजी और विकेट से मिलने वाली उछाल को अगर भारतीय बल्लेबाज झेलकर पहली परी में 350 रन का आंकड़ा पार करने में कामयाब रहे तो भारत का गेंदबाजी डिपार्टमेंट भी अपनी उपयोगिता साबित करने का माद्दा रखता है. भारतयी टीम ने भी एक दिन पहले ही अपने 12 खिलाड़ियों का ऐलान कर दिय़ा है.  अब छठे नंबर पर हनुमा विहारी रोहित शर्मा के बीच अंतिम 11 में आने की जंग है.

भारत के लिए क्यों खास है एडिलेड ओवल

भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया की धरती पर 44 टेस्ट मैचों में से बस 4 में ही जीत हासिल की है. इनमें से एक जीत 2003-04 में एडिलेड ओवल में ही हासिल हुई थी. भारतीय कप्तान विराट कोहली के लिए यह मैदान बेहद लकी है. कोहली इस मैदान पर तीन शतक जड़ चुके हैं और औसत 98.50 की रही है. साल 2014 में इस मैदान पर दोनों टीमों के बीच खेल गए मुकाबले में जिन खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था उनमें से कंगारू टीम में बस एक नैथन लियोन ही टीम में हैं. जबकि टीम इंडिया के प्लेइंग इलेवन में ऐसे 7 खिलाड़ी शामिल हो सकते हैं.